कोटकपूरा 26 अक्टूबर (मक्खन सिंह) अगर आप मिठाई, आइसक्रीम, मैंगोशेक, हलवा और कुल्फी आदि के शौकीन हैं तो सावधान हो जाइए। इसमें पड़ा हुआ पिस्ता नकली हो सकता है। यह पिस्ता आपकी जेब पर तो भारी पड़ ही रहा है, आपके स्वास्थ्य को भी बिगाड़ सकता है। मूँगफली के दानों को भिगोकर छिलका हटाने के बाद मशीन द्वारा छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर उसे कैमिकल वाले हरे रंग से रंग दिया जाता है। सूखने के बाद इसे एक-एक किलो की थैलियों में पैक कर दिया जाता है। जानकारों का कहना है कि दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में ही लगभग 25 हजार से अधिक छोटे-बड़े हलवाई हैं। बड़े और नामी हलवाइयों को छोड़ दिया जाए तो 60 फीसदी से ज्यादा हलवाई मिठाइयों में इसी का उपयोग कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं दिल्ली और जयपुर में नकली पिस्ता तैयार कर दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, पंजाब और उत्तरप्रदेश सहित उत्तर भारत के अन्य राज्यों को इसकी आपूर्ति की जा रही है। एक राज्य से दूसरे राज्य में माल भेजने के लिए मूँगफली बुरादा या कटा पिस्ता का नाम दिया गया है।
कोटकपूरा 26 अक्टूबर (मक्खन सिंह) अगर आप मिठाई, आइसक्रीम, मैंगोशेक, हलवा और कुल्फी आदि के शौकीन हैं तो सावधान हो जाइए। इसमें पड़ा हुआ पिस्ता नकली हो सकता है। यह पिस्ता आपकी जेब पर तो भारी पड़ ही रहा है, आपके स्वास्थ्य को भी बिगाड़ सकता है। मूँगफली के दानों को भिगोकर छिलका हटाने के बाद मशीन द्वारा छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर उसे कैमिकल वाले हरे रंग से रंग दिया जाता है। सूखने के बाद इसे एक-एक किलो की थैलियों में पैक कर दिया जाता है। जानकारों का कहना है कि दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में ही लगभग 25 हजार से अधिक छोटे-बड़े हलवाई हैं। बड़े और नामी हलवाइयों को छोड़ दिया जाए तो 60 फीसदी से ज्यादा हलवाई मिठाइयों में इसी का उपयोग कर रहे हैं। सूत्र बताते हैं दिल्ली और जयपुर में नकली पिस्ता तैयार कर दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, पंजाब और उत्तरप्रदेश सहित उत्तर भारत के अन्य राज्यों को इसकी आपूर्ति की जा रही है। एक राज्य से दूसरे राज्य में माल भेजने के लिए मूँगफली बुरादा या कटा पिस्ता का नाम दिया गया है।