सीबीआई कोर्ट द्वारा रेप मामले में डेरा सच्चा चीफ बाबा राम रहीम को दोषी करार देने के बाद छह राज्यों में शुरू हुई हिंसा करीब-करीब थम गई है. हिंसा में आधिकारिक तौर पर 31 मौतें हुई हैं. हरियाणा और पंजाब के कई शहरों में तांडव के 24 घंटे बीत जाने के बावजूद अबतक मारे गए लोगों की पहचान पुष्ट नहीं हो पाई है. शनिवार शाम तक इस सवाल को लेकर भ्रम बना हुआ है.
दरअसल, शुक्रवार की हिंसा में मारे गए लोगों की पहचान को लेकर अलग-अलग दावे सामने आए हैं. कुछ लोकल रिपोर्ट्स में मारे गए ज्यादातर लोगों को डेरा समर्थक बताया गया. डेरा ने अपने मुखपत्र ‘सच कहूं’ में 20 से ज्यादा मरने वालों को अपना अनुयायी बताया. सरकार ने इनकीपहचान को लेकर कुछ साफ़-साफ़ नहीं कहा.
पंचकूला में 28 मौतें, एक बच्चा भी
हरियाणा चीफ सेक्रेटरी दीपेंदर सिंह के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा कि कुल 31 मौतें हुई हैं. पंचकूला में 28, सिरसा में 3 मौतें हुईं. पंचकूला में मरने वालों में 24 पुरुष, 3 महिलाएं और एक बच्चा शामिल है. चीफ सेक्रेटरी ने यह भी बताया कि झड़प में जख्मीअधिकांश लोग पंचकूला के हैं. उन्होंने कहा, मरने वालों के पहचान की कोशिश जारी है. अभी कोई शवों पर अपना दावा लेकर लेकर आगे नहीं आया है. उधर, बीबीसी हिंदी ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राम निवास के हवाले से लिखा है कि मारे गए सभी लोग उपद्रवी थे. इसमें कोई आम आदमीनहीं था.
डेरा ने कहा, मरने वाले हमारे अनुयायी
उधर, बीबीसी हिंदी से एक बातचीत में डेरा सच्चा सौदा ने मरने वाले 20 लोगों को अपना अनुयायी बताया है. डेरा ने अपने मुखपत्र में एक लेख भी छापा है. डेरा ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी आड़ में कुछ उपद्रवियों ने हरियाणा-पंजाब में उत्पात मचाया. शनिवार को प्रकाशितइस अंक में डेरा अनुयायियों से शांति की अपील की गई है.