25 बी.एड कॉलेज गायब, संचालक काट रहे चांदी।

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ग्वालियर।५अक्तुबर [सीएन आई ] डीएड कॉलेजों में एडमिषन में फर्जीवाड़ा कर कॉलेज संचालक करोड़ों के बारे न्यारे कर रहे हैं। लोकायुक्त ने जिन 39 कॉलेजों की सूची जिला प्रषासन को सौंपी है, उनमें से 25 कॉलेज कागजों पर ही चल रहे हैं। सालभर बिना क्लास अटेंड किये फीस देने की सुविधा के नाम पर ये फर्जी कॉलेज प्रत्येक छात्र से 80 से 1 लाख तक बसूलते हैं, इस फर्जीवाड़े में काउंसलिंग की बार-बार बढ़ती तारीख भी मददगार साबित हो रही है। लोकायुक्त और जिला प्रषासन ग्वालियर में 39 फर्जी डीएड कॉलेजों के पते ठिकाने तलाष रहे हैं, लेकिन वे नहीं मिल रहे हैं। कुछ जगहों पर कॉलेज की जगह स्कूल चल रहे हैं। षिक्षा विभाग ने प्रदेष के सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर कॉलेजों की सूची देकर उनका भौतिक सत्यापन कराने के निर्देष दिये थे, परंतु कलेक्टरों की रिपोर्ट आने से पहले ही सभी 539 कॉलेजों को 30 जून से काउंसलिंग में शामिल कर लिया गया। इतनी जल्दबाजी सभी संदेहों को जन्म देती है। ग्वालियर में कुल 116 डीएड कॉलेज हैं, जिनमें से 25 कागजों पर ही चल रहे हैं। प्रत्येक कॉलेजों में 50 सीटें हैं, बिना क्लास अटेंड किये, सीधे परीक्षा देने की सुविधा के चलते प्रत्येक सीट की कीमत 80 हजार से 1 लाख है, इस प्रकार फर्जी कॉलेजों के संचालकों को 10 से 12 करोड़ रूपये मिलेंगे। बिना किसी भवन और स्टाफ का इंतजाम किये, प्रत्येक कॉलेज 50 लाख से अधिक कमायेगाb ed kolej