एलआर शिक्षण संस्थान से निकाले गए शिक्षकों ने सोलन निकाला मौन जुलूस

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सोलन 03 दिसंबर (धर्मपाल ठाकुर) एलआर शिक्षण संस्थान से बिना किसी बड़े कारण और पूर्व सूचना दिए निकाले गए करीब दो दर्जन कर्मचारियों ने संस्थान के खिलाफ मोरचा खोल दिया है। संस्थान से निकाले गए सभी शिक्षकों ने गुरूवार को आई एम पीएचडी बट नॉट क्वालिफाइड के सलोगना लिखी तख्तियों को हाथों में उठाकर सोलन में मौन जुलूस निकाला। शिक्षकों के हाथों में उक्त सलोगनों से लिखी तख्तियों को पढऩे वाले लोग कुछ समय के लिए दंग रहे गए।

गौरतलब हो कि निजी एलआर शिक्षण संस्थान ने वर्षों से कार्यरत करीब 24 कर्मचारियों को दो दिन पूर्व अचानक बिना पूर्व सूचना दिए ही नौकरी से निकाल दिया था। संस्थान द्वारा निकाले गए कर्मचारियों में शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी शामिल हैं। संस्थान के उक्त कर्मचारी निर्णय के बाद शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी बिफर गए हैं। पिछले दो दिनों से शिक्षण संस्थान परिसर में कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। गुरूवार को एलआर कर्मचारी यूनियन के बैनर तले कर्मचारियों ने सोलन में मौन जुलूस निकाल कर अपना विरोध दर्ज किया।

मौन जुलूस में शामिल निकाले गए शिक्षकों ने आई एम पीएचडी बट नॉट क्वालिफाइड, कैसे हो बच्चों का पोषण, जब शिक्षकों का हो शोषण, मिलकर हमने ठानी है,अपनी जान बचानी है, बिना कारण 24 शिक्षक किए निष्कासित ,आदि सलोगनों से लिखी तख्तियों को हाथों में उठाकर रैली निकाली। मालरोड़ पर उक्त सलोगनों को पढऩे वाला हर शख्स दंग रह गए। मालरोड़ से जब मौन रैली निकल रही थी तो लोगों के बीच चर्चा होती रही कि पीएचडी शिक्षक कैसे नॉट क्वालिफाइड हो सकता है।

निकाले गए शिक्षकों ने सोलन में मौन जुलूस निकाल कर संस्थान को चेताया है कि यदि उन्हें अविलंब वापिस नहीं लिया गया तो वह आंदोलन को उग्र करने पर बाध्य हो जाएंगे। हालांकि कर्मचारी यूनियन ने पत्र लिखकर मामले में एचपीयू व तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक से हस्तक्षेप करने की जोरदार मांग उठाई है। रैली उपायुक्त चौक से आरंभ हुई,जोकि मालरोड़ व पुराना बस स्टैंड होते हुए स्थानीय विश्रामगृह पहुंची।

एलआर कर्मचारी यूनियन अध्यक्ष अभय शर्मा ने कहा कि जब तक संस्थान सभी निकाले गए कर्मचारियों की नौकरी को बहाल नहीं करता उनका आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा। संस्थान परिसर में माहौल को तनावपूर्ण होता देख पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। यदि आने वाले दिनों में भी संस्थान प्रबंधकों का अडिय़ल रवैया रहता है तो कालेज परिसर में स्थिति बिगडऩे की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल संस्थान परिसर में माहौल पर काबू पाने के लिए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।

संस्थान की तरफ से अभी तक मामले को हल करने के लिए कोई संकेत नहीं दिए हैं। संस्थान के प्रभारी पंकज का कहना है कि कर्मचारियों की प्रोफोमेंस ठीक न होने के कारण छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए उक्त फैसला लिया गया है।