35 साल से पुलिस का सिरदर्द बना हैं डकैत भरोसी मल्लाह।

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ग्वालियर। 26 सितम्बर (सीएनआई) म.प्र. पुलिस द्वारा डकैतों के खात्मे की बात ही जाती है परंतु सबलगढ़ क्षेत्र और मुरैना, षिवपुरी क्षेत्र में अभी भी डकैत भरोसी मल्लाह का आतंक कायम हैं, रतियापुरा गांव के लोग डकैत मल्लाह के साथ-साथ पुलिस से भी गुस्सा हैं। लोगों का कहना हैं कि अगर पुलिस उसकी हरकतों को 35 साल से नजर अंदाज कर रही है। 11 साल से तो फरारी में बारदातें कर रहा है। 2004 में कलरघटी गांव में राजेन्द्र मल्लाह की हत्या उसने सिर्फ इसलिये कर दी थी कि राजेन्द्र षिक्षक पालक संघ के चुनाव में उसकी मर्जी के खिलाफ अध्यक्ष की दावेदारी कर रहा था। डकैत अपने भतीजे को अध्यक्ष बनवाना चाहता था। उसके बाद डकैत ने खुलेआम गांव में संदेष दिया कि उसकी बात नहीं मानने वालों का हश्र यही होगा। इसकी जानकारी पुलिस को होने पर भी कार्यवाही नहीं हुई। झुंडपुरा चिन्नोनी निवासी श्रीधर गुर्जर ने डकैत भरोसी का विरोध किया तो 4 साल पहले उसकी भी हत्या कर दी। रतियापुरा निवासी मातादीन केवट का कहना हैं कि भाई तेजपाल 19 से भी दुष्मनी निकालने हेतु डकैत भरोसी ने उसकी पकड़ की है। तेजपाल के परिजनों पर डकैत के भाई भवानी को पकड़वाने में मुखबिरी का आरोप है। अपराध कर राजस्थान में शरण ले लेता है वहां उसके कई भरोसेमंद आश्रयदाता हैं, अगवा करने के बाद तेजपाल को संभवतः इन्हीं मददगारों के यहां रखा है। डकैत भरोसी का गांव कलरघटी राजस्थान की सीमा से महज 2 किमी दूर है। बचने के लिये भरोसी राजस्थान में घुस जाता है। वहां पाली काली पीर, मड़राल, तोड़ी और खरेर, नयागांव सहित कई गांवों में सुरक्षित ठिकाने हैं। सूत्रों का कहना हैं कि तेजपाल की तलाष में चंबल किनाने बसे मल्लाह के कई गांवों के लोग जुट गये हैं। गांव वालों के विरोध में आने से मल्लाह समाज के कुछ रसूखदारों से तेजपाल को 3 दिन में रिहा करने की हामी भरी है। लेकिन तेजपाल का परिवार भरोसा नहीं कर रहा है। डकैत भरोसी पुत्र पातीराम निवासी कलरघाटी सबलगढ़ ने 1980 में मवेषी चोरी से अपराध की शुरूआत सबलगढ़ थाने से हुई थी। अपराध क्रमांक 15/80 धारा 380 का दर्ज हुआ था। इस पर दो हत्या, 3 अपहरण सहित लूट, डकैती और बलवा के कई मामले दर्ज हैं, इसके साथ 5 लोगों बकीला तथा तीन अन्य लोग मिलाकर गिरोह संख्या है। इनमें पर 306 बोर के अलावा देषी हथियार भी बताये जाते हैं। थाना प्रभारी सबलगढ़ केके अवस्थी का कहना हैं कि डकैत गिरोह की तलाष की जा रही है। सुराग के लिये मुखबिर लगाये गये हैं।daku