बस्ती 4 जुलाई (विवेक पाल) बस्ती। वन विभाग द्वारा वन महोत्सव अभियान की कड़ी में बस्ती सदर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत गौरा में 750 से अधिक नीम, अर्जुन, जामुन व कंजी, सीरस, शीशम पौध लगाये गये। इस अवसर पर ग्राम प्रधान डा. रामललन मिश्र ने वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और नागरिकों के पौधरोपण करते हुये कहा कि वृक्ष के अभाव में सुखद जीवन की कल्पना संभव नही है। केवल पर्यावरण रक्षा ही नहीं वरन आर्थिक दृष्टिकोण से भी पौध लगाकर किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
गौरा ग्राम पंचायत के गढवल की खाली भूमि पर पौधरोपण के लिये प्रोत्साहित करते हुये क्षेत्रीय वनाधिकारी अमरनाथ यादव ने कहा कि पौधरोपण अभियान को जन आन्दोलन से जोड़े जाने की जरूरत है। पौध लगाने से बड़ी चुनौती उनके सुरक्षा की है। ग्रामीणों को चाहिये कि वे पौधों की सुरक्षा के लिये निगरानी रखे जिससे वे बड़े होकर उनके काम आ सके। इस अवसर पर वन दारोगा मनीष कुमार, वन रक्षक शिव कुमार के साथ ही समरजीत यादव, शिव पल्टन, अजय यादव, रामललित, छट्ठू, राजमन, रवि, मान सिंह, गब्बर, ललित, राम प्रीत के साथ ही बड़ी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक मौजूद रहे। खास बात यह कि सहायक वन कर्मचारी संघ के आवाहन पर हक के आन्दोलित वन दारोगा कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर अपने दायित्वों का निर्वहन किया।
बस्ती 4 जुलाई (विवेक पाल) बस्ती। वन विभाग द्वारा वन महोत्सव अभियान की कड़ी में बस्ती सदर विकास खण्ड के ग्राम पंचायत गौरा में 750 से अधिक नीम, अर्जुन, जामुन व कंजी, सीरस, शीशम पौध लगाये गये। इस अवसर पर ग्राम प्रधान डा. रामललन मिश्र ने वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और नागरिकों के पौधरोपण करते हुये कहा कि वृक्ष के अभाव में सुखद जीवन की कल्पना संभव नही है। केवल पर्यावरण रक्षा ही नहीं वरन आर्थिक दृष्टिकोण से भी पौध लगाकर किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
गौरा ग्राम पंचायत के गढवल की खाली भूमि पर पौधरोपण के लिये प्रोत्साहित करते हुये क्षेत्रीय वनाधिकारी अमरनाथ यादव ने कहा कि पौधरोपण अभियान को जन आन्दोलन से जोड़े जाने की जरूरत है। पौध लगाने से बड़ी चुनौती उनके सुरक्षा की है। ग्रामीणों को चाहिये कि वे पौधों की सुरक्षा के लिये निगरानी रखे जिससे वे बड़े होकर उनके काम आ सके। इस अवसर पर वन दारोगा मनीष कुमार, वन रक्षक शिव कुमार के साथ ही समरजीत यादव, शिव पल्टन, अजय यादव, रामललित, छट्ठू, राजमन, रवि, मान सिंह, गब्बर, ललित, राम प्रीत के साथ ही बड़ी संख्या में क्षेत्रीय नागरिक मौजूद रहे। खास बात यह कि सहायक वन कर्मचारी संघ के आवाहन पर हक के आन्दोलित वन दारोगा कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर अपने दायित्वों का निर्वहन किया।