ग्वालियर।23 अगस्त (सीएनआई ब्यूरो) छ.ग. में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान नयागांव थाना अंतर्गत ग्राम सगरा निवासी 42 वर्षीय कमांडर कृष्णपाल सिंह राजावत वीरगति को प्राप्त हो गये। कृष्णपाल सिंह राजावत उर्फ कल्लू पुत्र मोहन सिंह निवासी सगरा एसटीएफ में असिस्टेंट प्लाटून कमांडर के रूप में वर्तमान में छ.ग. में पदस्थ थे। नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों की गोली का निषाना बन गये, उनके घर खबर पहुंचते ही। पूरा वातावरण शोकाकुल हो गया। कुछ दिन पूर्व ही वे अपने घर पिंटोपार्क एक माह पूर्व आये थे और मौत से चंद घंटे पहले अपने 17 वर्षीय बेटे आषीष से आखिरी बार बात की थी और कहा था कि मुझे कुछ हो जाये तो तुमको ही मां और छोटे भाई का ख्याल रखना हैं, मैं चाहता हूं कि तुम सफेद एप्रिन पहनकर डाॅ0 बनकर लोगों की सेवा करो। अच्छा ड्यूटी का टाइम हो रहा है अब फोन रखता हूँ। नक्सलियों द्वारा धोखे से किये गये हमले में उनकी दुखद मृत्यु हो गई शाहदत से पहले उन्होंने अपने बेटे को सेवा की सीख जरूर दी। उनका अंतिम संस्कार पुस्तैना घर गांव सगरा भिंड में किया जायेगा।
ग्वालियर।23 अगस्त (सीएनआई ब्यूरो) छ.ग. में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान नयागांव थाना अंतर्गत ग्राम सगरा निवासी 42 वर्षीय कमांडर कृष्णपाल सिंह राजावत वीरगति को प्राप्त हो गये। कृष्णपाल सिंह राजावत उर्फ कल्लू पुत्र मोहन सिंह निवासी सगरा एसटीएफ में असिस्टेंट प्लाटून कमांडर के रूप में वर्तमान में छ.ग. में पदस्थ थे। नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों की गोली का निषाना बन गये, उनके घर खबर पहुंचते ही। पूरा वातावरण शोकाकुल हो गया। कुछ दिन पूर्व ही वे अपने घर पिंटोपार्क एक माह पूर्व आये थे और मौत से चंद घंटे पहले अपने 17 वर्षीय बेटे आषीष से आखिरी बार बात की थी और कहा था कि मुझे कुछ हो जाये तो तुमको ही मां और छोटे भाई का ख्याल रखना हैं, मैं चाहता हूं कि तुम सफेद एप्रिन पहनकर डाॅ0 बनकर लोगों की सेवा करो। अच्छा ड्यूटी का टाइम हो रहा है अब फोन रखता हूँ। नक्सलियों द्वारा धोखे से किये गये हमले में उनकी दुखद मृत्यु हो गई शाहदत से पहले उन्होंने अपने बेटे को सेवा की सीख जरूर दी। उनका अंतिम संस्कार पुस्तैना घर गांव सगरा भिंड में किया जायेगा।