बस्ती 6 दिसबर (विवेक पाल) बस्ती शिव सेना द्वारा 6 दिसम्बर को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। महिला अस्पताल के निकट स्थित दुर्गा मंदिर पर शिव सेना जिला प्रमुख धीरेन्द्र कुमार उर्फ लल्लू पाण्डेय के साथ शिव सैनिकों ने शपथ लिया कि जब तक अयोध्या में विशाल श्रीराम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता आन्दोलन जारी रहेगा। शिव सैनिक हर स्तर पर संघर्ष और बलिदान को प्रस्तुत है। कहा कि 23 वर्ष की लम्बी अवधि बीत जाने के बाद भी अभी तक मर्यादा पुरूषोत्तम का मंदिर टाट के नीेचे है। अब वक्त आ गया है कि इस विवाद का सर्वमान्य हल निकालकर करोड़ो हिन्दुओं की आस्था को सबल बनाया जाय। संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरू हो, शिव सेना ने पूर्ण समर्थन किया है।
कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के नाम पर राजनीति करना बंद कर निर्णय लेने का समय आ गया है।
कार्यक्रम में उपस्थित शिव सैनिकों ने ‘जय श्री राम’ के नारों का उदघोष किया। शौर्य दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जिला संयोजक संजय मद्धेशिया, वैजनाथ यादव, देवी दयाल पाण्डेय, राजेश गुप्ता, शिवेश शुक्ल, अभय त्रिपाठी, सन्तोष सिंह, विजय, संजय प्र्रधान, गुडिया देवी के साथ ही अनेक शिव सैनिक मौजूद रहे।
बस्ती 6 दिसबर (विवेक पाल) बस्ती शिव सेना द्वारा 6 दिसम्बर को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। महिला अस्पताल के निकट स्थित दुर्गा मंदिर पर शिव सेना जिला प्रमुख धीरेन्द्र कुमार उर्फ लल्लू पाण्डेय के साथ शिव सैनिकों ने शपथ लिया कि जब तक अयोध्या में विशाल श्रीराम मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता आन्दोलन जारी रहेगा। शिव सैनिक हर स्तर पर संघर्ष और बलिदान को प्रस्तुत है। कहा कि 23 वर्ष की लम्बी अवधि बीत जाने के बाद भी अभी तक मर्यादा पुरूषोत्तम का मंदिर टाट के नीेचे है। अब वक्त आ गया है कि इस विवाद का सर्वमान्य हल निकालकर करोड़ो हिन्दुओं की आस्था को सबल बनाया जाय। संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरू हो, शिव सेना ने पूर्ण समर्थन किया है।
कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के नाम पर राजनीति करना बंद कर निर्णय लेने का समय आ गया है।
कार्यक्रम में उपस्थित शिव सैनिकों ने ‘जय श्री राम’ के नारों का उदघोष किया। शौर्य दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जिला संयोजक संजय मद्धेशिया, वैजनाथ यादव, देवी दयाल पाण्डेय, राजेश गुप्ता, शिवेश शुक्ल, अभय त्रिपाठी, सन्तोष सिंह, विजय, संजय प्र्रधान, गुडिया देवी के साथ ही अनेक शिव सैनिक मौजूद रहे।