समाज को नशामुक्त करने में अणुव्रत का योगदान है हमेशा चिरस्मरणीय
चंडीगढ़ ;आरके शर्मा /करण शर्मा /एनके धीमान/गगनदीप सिंह ;– हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश के विद्यार्थियों को औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ संस्कारयुक्त व नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण शिक्षा देने के लिए कृतसंकल्प है।
श्री शर्मा चंडीगढ़ के सैक्टर-24 सी स्थित अणुव्रत भवन में अणुव्रत विचार परिषद द्वारा सामाजिक क्रांति में अणुव्रत का योगदान विषय पर आयोजित संगोष्ठि में जैन साधकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अणुव्रत आंदोलन को समाज सुधार के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया और कहा कि यह मुनिश्री और संतों की निष्काम सेवा का परिणाम है। उन्होंने कहा कि समाज को नशामुक्त करने में अणुव्रत का जो योगदान रहा है वह हमेशा चिरस्मरणीय रहेगा। उन्होंने अणुव्रत आंदोलन के प्रणेता आचार्य तुलसी के साथ बिताए पलों को सांझा करते हुए बताया कि संतों का समागम दुर्लभ मिलता है और उनका आशीर्वाद मिलना बहुत फख्र की बात है।
श्री शर्मा ने बताया कि हरियाणा सरकार ने गीता के महत्व व समाज में इसकी प्रतिष्ठा को देखते इस साल कुरूक्षेत्र में 17 से 21 दिसंबर तक राज्य स्तरीय समारोह तथा हर जिला में 19 से 21 दिसंबर तक जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने आगे बताया कि सरस्वती नदी जो अभी तक रहस्य बनी हुई थी,उसका उदगम स्थल भी हरियाणा की पावन भूमि आदिबद्री में मिला है।
मनीषी संत मुनिश्री विनय कुमार जी आलोक के सानिध्य में मुनिश्री अभय कुमार ने अपने उदबोधन में अणुव्रत आंदोलन की विस्तार से चर्चा की और अणुव्रत आंदोलन के संस्थापक आचार्य तुलसी का हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री रामलिास शर्मा के साथ रहे विशेष स्नेह का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 1996 में श्री रामबिलास शर्मा जब प्रदेश के शिक्षा मंत्री थे तब वे आचार्य तुलसी के साथ 15 दिन तक पैदल चले थे जोकि श्री शर्मा के अध्यात्म के प्रति लगाव को दर्शाता है।
इस अवसर पर भाजपा चंडीगढ़ के अध्यक्ष संजय टंडन,पूर्व डिप्टी मेयर बलराज,मनोज जैन,सुशील जैन समेत अनेक जैन साधक उपस्थित थे।