बस्ती 21 दिसंबर ( विवेक पाल/इमरान अली ) को प्रभारी स्वाट टीम उ0नि0 प्रदीप कुमार सिंह, का आनन्द प्रकाश यादव, का अजय दूबे , का अरविन्द यादव , का चालक सदानन्द यादव , कां0 भैया लाल यादव की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर पन्द्रह हजार का इनामी वाछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया।
मु0अ0सं0 661/2011 धारा-302, 307, 147, 148, 149, 120 बी आईपीसी व 07 क्रि0 ला0 एक्ट व 3/25 शस्त्र अधि0 के तहत थाना पैकोलिया जनपद बस्ती में धर्मेन्द्र पाण्डेय को ग्राम खरथुआ में वर्ष-2011 मे घटित तिहरे हत्याकाण्ड में पुरस्कार घोषित किया गया था।
अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक बस्ती के निर्देशन में छान-बीन की जा रही थी। इसी क्रम में संयुक्त टीम को मुखबीर द्वारा सूचना मिली कि धर्मेन्द्र पाण्डेय भीटी मिश्र तिराहे पर खड़ा है। मुखबीर को साथ लेकर शीघ्रता से तिराहे पहूचा गया तो बभनान जाने वाली सडक के बायं पटरी पर एक व्यक्ति टोपी पहने खड़ा था। मुखबीर के इशारे पर उक्त व्यक्ति को पकड़ लिया गया।
02 अदद मोबाइल सेट ।
पूछताछ पर व्यक्ति ने अपना नाम सुरेन्द्र कुमार पाण्डेय बताया तथा विस्तृत पूछताछ करने पर अभियुक्त ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि साहब घटना के बाद हम अपनी पत्नी एवं बच्चों को ससुराल पहुंचाकर लखनऊ भाग गया था। 5-6 महीने बाद गोमतीनगर मे अपना नाम बदलकर रह रहा था। उसके बाद लखनऊ में छद्म नाम से निवास स्थान बदल-बदल कर रह रहा था तथा रूपये की व्यवस्था के उद्देश्य से जनपद बस्ती में आया था।
15000.00 रू0 का इनामी वाछित अभियुक्त गिरफ्तार
बस्ती 21 दिसंबर ( विवेक पाल/इमरान अली ) को प्रभारी स्वाट टीम उ0नि0 प्रदीप कुमार सिंह, का आनन्द प्रकाश यादव, का अजय दूबे , का अरविन्द यादव , का चालक सदानन्द यादव , कां0 भैया लाल यादव की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर पन्द्रह हजार का इनामी वाछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया।
मु0अ0सं0 661/2011 धारा-302, 307, 147, 148, 149, 120 बी आईपीसी व 07 क्रि0 ला0 एक्ट व 3/25 शस्त्र अधि0 के तहत थाना पैकोलिया जनपद बस्ती में धर्मेन्द्र पाण्डेय को ग्राम खरथुआ में वर्ष-2011 मे घटित तिहरे हत्याकाण्ड में पुरस्कार घोषित किया गया था।
अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक बस्ती के निर्देशन में छान-बीन की जा रही थी। इसी क्रम में संयुक्त टीम को मुखबीर द्वारा सूचना मिली कि धर्मेन्द्र पाण्डेय भीटी मिश्र तिराहे पर खड़ा है। मुखबीर को साथ लेकर शीघ्रता से तिराहे पहूचा गया तो बभनान जाने वाली सडक के बायं पटरी पर एक व्यक्ति टोपी पहने खड़ा था। मुखबीर के इशारे पर उक्त व्यक्ति को पकड़ लिया गया।
02 अदद मोबाइल सेट ।
पूछताछ पर व्यक्ति ने अपना नाम सुरेन्द्र कुमार पाण्डेय बताया तथा विस्तृत पूछताछ करने पर अभियुक्त ने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि साहब घटना के बाद हम अपनी पत्नी एवं बच्चों को ससुराल पहुंचाकर लखनऊ भाग गया था। 5-6 महीने बाद गोमतीनगर मे अपना नाम बदलकर रह रहा था। उसके बाद लखनऊ में छद्म नाम से निवास स्थान बदल-बदल कर रह रहा था तथा रूपये की व्यवस्था के उद्देश्य से जनपद बस्ती में आया था।