जेयू के नाम पर तेलांगना, आंध्र प्रदेष में बिक रहीं डिग्री, चल रहे हैं फर्जी सेंटर।

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ग्वालियर। 22दिसंबर[ सीएनआई ब्यूरो] जीवाजी युनिवर्सिटी के नाम पर फर्जी मार्कषीट से नौकरी की षिकायतें तो आती रहती थीं, परंतु अब आंद्र प्रदेष तेलांगना में 1-1 लाख रूपये में जेयू के नाम की फर्जी डिग्री फर्जी सेंटरों से आंध्र के वारंगल जिले में जेयू के नाम चार स्टडी सेंटरों में बीपीएड कोर्स चलाये जा रहे हैं, इन सेंटरों के संचालकों ने जेयू से संबद्धता होने का सर्टिफिकेट दिखाकर 5 हजार से अधिक छात्रों को एडमिषन देकर छात्रों से करीब 50 करोड़ रूपये बसूले। इस फर्जीवाड़े का खुलासा जेयू में आंद्र से इंटेलीजेंस विभाग अफसरों के पहुंचने पर हुआ। जेयू के रेक्टर प्रो. आरजे राव व परीक्षा नियंत्रक डीसी तिवारी से पूछताछ की। वारंगल में विजडम स्टडी सर्किल, निर्मल आदिलाबाद सेंटर, ओचम मैदान वारंगल, एनके एज्यूकेषन एकेडमी जागितयाल, करीम नगर, रतना एज्यूकेषन एकेडमी और मोर निजामाबाद नाम से स्टडी सेंटर चल रहे हैं, इनमें बीपीएड कोर्स संचालित किये जा रहे हैं। एडमिषन के बदले 1 लाख रूपये प्रत्येक छात्र से लिये गये हैं। बताया गया कि तेलांगना सीआईडी के दो अधिकारी डीएसपी सीआईडी पी रवि कुमार का पत्र लाये थे, दस्तावेज देख जेयू के अधिकारी भी चकित रह गये। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि इससे जेयू का कोई लेना-देना नही हैं। सीआईडी की टीम ने बताया कि इनकम टैक्स ऑफिस के पास कोई प्रीतम सिंह नाम का व्यक्ति है, जिसके नाम पर चारो स्टडी सेंटर छात्रों को एडमिषन देते हैं।
पूर्व में भी पकड़ी गईं फर्जी डिग्री – अगस्त माह में फर्जी डिग्रियां पकड़ी गई थीं, परंतु जेयू ने कोई मामला दर्ज नहीं कराया था। इंजीनियरिंग की एक डिग्री से युवक ने सऊदी अरब में नौकरी पा ली थी, इसी साल फरवरी में जेयू ने एक कर्मचारी को फर्जी डिग्री बनाते पकड़ा था। पूछताछ में उसने इस तरह की 36 डिग्री बनाने की बात स्वीकार की थी, लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई। जो चर्चा में हैं।ju