नई दिल्ली 25 दिसंबर ( ब्युरो) कुदरत का खेल भी अजीब है केरल के मलप्पुरम शहर के नजदीक स्थित गांव कोडिन्ही में इन दिनों दुनिया भर के मीडिया और मेडिकल शोधार्थियों का जमावड़ा लगा हुआ है।
जिस के कारण बच्चो के माता पिता को मिडिया कवरेज को लेकर भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है दरअसल, इस गांव में सबसे ज्यादा जुड़वां बच्चों पैदा हो रहे हैं। कोडिन्ही गांव में एक हजार जुड़वां बच्चे हैं। यहां इंटरनेशनल मीडिया का जमावड़ा लगा रहता है और हर कोई उन से बात करते हुए की बाइट लेने के लिए परेशान रहता है। इससे परेशान बच्चों के परिजनों ने स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर बच्चों की विडियोग्राफी और इंटरव्यू किए जाने पर विरोध जताया है। गांव के लोगों ने स्थानीय प्रशासन ने इस तरह से इंटरव्यू लेने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। गांव के लोगों ने बच्चों की निजता का हवाला देते हुए ऐसे सभी इंटरव्यू और विडियोग्राफी प्रतिबंधित करने की मांग की है। नान्नामबारा ग्राम पंचायत परिषद ने बैठक करके कहा कि ग्रामीणों की ओर से की गई शिकायतें गंभीर प्रकृति की हैं। ग्राम परिषद का कहना है कि वह ग्रामीणों का इस तरह से शोषण किए जाने को रोकने के लिए गठित करने वाली है।
इस समिति में निर्वाचित प्रतिनिधियों, मशहूर हस्तियों और जुड़वां बच्चों को शामिल किया जाएगा। इस समिति के गठन के लिए 15 जनवरी को जुड़वां बच्चों के अभिभावकों की मीटिंग बुलाई जाएगी।
नई दिल्ली 25 दिसंबर ( ब्युरो) कुदरत का खेल भी अजीब है केरल के मलप्पुरम शहर के नजदीक स्थित गांव कोडिन्ही में इन दिनों दुनिया भर के मीडिया और मेडिकल शोधार्थियों का जमावड़ा लगा हुआ है।
जिस के कारण बच्चो के माता पिता को मिडिया कवरेज को लेकर भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है दरअसल, इस गांव में सबसे ज्यादा जुड़वां बच्चों पैदा हो रहे हैं। कोडिन्ही गांव में एक हजार जुड़वां बच्चे हैं। यहां इंटरनेशनल मीडिया का जमावड़ा लगा रहता है और हर कोई उन से बात करते हुए की बाइट लेने के लिए परेशान रहता है। इससे परेशान बच्चों के परिजनों ने स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर बच्चों की विडियोग्राफी और इंटरव्यू किए जाने पर विरोध जताया है। गांव के लोगों ने स्थानीय प्रशासन ने इस तरह से इंटरव्यू लेने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। गांव के लोगों ने बच्चों की निजता का हवाला देते हुए ऐसे सभी इंटरव्यू और विडियोग्राफी प्रतिबंधित करने की मांग की है। नान्नामबारा ग्राम पंचायत परिषद ने बैठक करके कहा कि ग्रामीणों की ओर से की गई शिकायतें गंभीर प्रकृति की हैं। ग्राम परिषद का कहना है कि वह ग्रामीणों का इस तरह से शोषण किए जाने को रोकने के लिए गठित करने वाली है।
इस समिति में निर्वाचित प्रतिनिधियों, मशहूर हस्तियों और जुड़वां बच्चों को शामिल किया जाएगा। इस समिति के गठन के लिए 15 जनवरी को जुड़वां बच्चों के अभिभावकों की मीटिंग बुलाई जाएगी।