निर्भया के गुनहगारों का उत्तराखण्ड में प्रवेश निषेध- हरीश रावत

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Posted By Sagar Chanana

 

नई दिल्ली में निर्भया के परिजनों ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से भेंट की। उन्होने मुख्यतः तीन मांगो पर मुख्यमंत्री श्री रावत से सहयोग की अपेक्षा की। उन्होने कहा कि रेप से सम्बंधित मामले फाॅस्ट ट्रैक में निस्तारित किये जाये ताकि जल्द से जल्द आरोपी को सजा हो सके, उत्तराखण्ड राज्य में forensic laboratory की स्थापना हो जिस वजह से केस के निस्तारण में तेजी आ सके और अंत में उन्होने कहा कि निर्भया के असली गुनहगार की उत्तराखण्ड में प्रवेश पर रोक लगाई जाये।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्भया के परिजनों को पूर्ण सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि इस तरह के जघन्य अपराधों का निस्तारण फाॅस्ट ट्रैक के माध्यम से हो इस पक्ष में राज्य में प्रयास किये जा रहे है। रेप पीडितों के पुनर्वास एवं सम्मानजनक जीवन हेतु राज्य में एक पाॅलिसी बनाई जायेगी ताकि वो एक सम्मानजनक जीवन जी सके, समाज एवं सरकार हर तरह से उनके साथ है। उन्होने कहा कि हमारा भी यह मानना है कि रेप मामलों में अपराधियों को कानून के अन्र्तगर्त कड़ी से कड़ी सजा हो जिस हेतु संसद में भी कानून लाया गया है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि forensic laboratory की स्थापना हेतु उन्होने अपने अधिकारियों को निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि उक्त सहित इस तरह के जघन्य अपराधो में संलिप्त दोषियों की कानून के तहत उत्तराखण्ड में प्रवेश पर कैसे रोक लगाई जायेगी इस विषय में पुलिस अधिकारियों से विचार विर्मश किया जायेगा।