सहारनपुर 11 नवम्बर 2017 ( मेहताब , कुनाल ):- सरसावा – नकुड रोड स्थित आमों के बाग के बाग में स्थित दरगाह जमालियामें चल रहे सालाना उर्स के पहले दिन बाहर से आये जायरीनो ने दरगाह में सिर झुकाकर देश और कौम की सलामती के लिये दुआ माँगी ! छात्रो ने कुरआन की आयते पढ़ी ! हाजी वकार ऊर्रहमान ने नात खवानी पढ़ी ! फहाद जमाली नदवी ने कहा कि संत महात्मा की कोई बिरादरी नही होती ! उनका काम तो समाज में फैली बुराइयों को खत्म करना होता है ! उन्होने कहा कि तालीम के मामले में बहुत पिछड़े हुये है ! मुसलमान को अपनी बेहतरी के बारे में सोचना चाहिये ! साथ ही दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम भी हासिल करनी चाहिये ताकि आखिरत के साथ साथ दुनियावी जिंदगी में भी कामयाब हो सके ! इस दौरान उन्होने रसूल के रास्ते पर चलने की ताकीद की ! सच्चा मुसलमान वही है जो रसूल की बताई सून्नतो पर अमल करे , रोजे नमाज का पाबंद हो , अपने पड़ोसी का ख्याल रखै ! माँ बाप की खिदमत करे , दूसरो का हक ना मारे ! उन्होने कहा कि जो लोग नबी को अपने जैसा बशर मानते है वह अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल करते है ! फहाद जमाली ने युवाओ से धर्म की राह पर चलने और दीनी तालीम के साथ साथ दुनियावी तालीम हासिल करने पर जोर दिया ! इस दौरान सैफ जमाली , हम्माद जमाली , राव इसरार , शमीम अहमद , पियारे मियाँ आदि मौजूद रहे !
सहारनपुर 11 नवम्बर 2017 ( मेहताब , कुनाल ):- सरसावा – नकुड रोड स्थित आमों के बाग के बाग में स्थित दरगाह जमालियामें चल रहे सालाना उर्स के पहले दिन बाहर से आये जायरीनो ने दरगाह में सिर झुकाकर देश और कौम की सलामती के लिये दुआ माँगी ! छात्रो ने कुरआन की आयते पढ़ी ! हाजी वकार ऊर्रहमान ने नात खवानी पढ़ी ! फहाद जमाली नदवी ने कहा कि संत महात्मा की कोई बिरादरी नही होती ! उनका काम तो समाज में फैली बुराइयों को खत्म करना होता है ! उन्होने कहा कि तालीम के मामले में बहुत पिछड़े हुये है ! मुसलमान को अपनी बेहतरी के बारे में सोचना चाहिये ! साथ ही दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम भी हासिल करनी चाहिये ताकि आखिरत के साथ साथ दुनियावी जिंदगी में भी कामयाब हो सके ! इस दौरान उन्होने रसूल के रास्ते पर चलने की ताकीद की ! सच्चा मुसलमान वही है जो रसूल की बताई सून्नतो पर अमल करे , रोजे नमाज का पाबंद हो , अपने पड़ोसी का ख्याल रखै ! माँ बाप की खिदमत करे , दूसरो का हक ना मारे ! उन्होने कहा कि जो लोग नबी को अपने जैसा बशर मानते है वह अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी भूल करते है ! फहाद जमाली ने युवाओ से धर्म की राह पर चलने और दीनी तालीम के साथ साथ दुनियावी तालीम हासिल करने पर जोर दिया ! इस दौरान सैफ जमाली , हम्माद जमाली , राव इसरार , शमीम अहमद , पियारे मियाँ आदि मौजूद रहे !