जीवन को सुगम बनाने हेतु शिक्षा की रोशनी मात्र विकल्प-अरशद जमाल
मऊनाथ भंजन 4 दिसम्बर (मोहमद अरशद) को प्राथमिक विद्यालय शिक्षा विभाग कोलानी, मऊ में जनपद स्तरीय विश्व विकलांग दिवस समारोह मनाया गया। इस मारोह में उक्त विद्यालय के लगभग 100 बच्चों ने भाग लिया। समारोह
में जलेबी दौड़, मेढ़क दौड़, रस्साकशी, कुर्सी दौड़, छूकर जानो प्रतियोगिता, नृत्य एवं गायन, भाषण, ब्रेललिपि लेखन
आदि प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। यह प्रतियोगितायें अति रोचक एवं ऐतिहासिक रहीं क्यों कि
मूकबधिर, विक्लांग एवं अपंग बच्चों ने इस में भाग लेकर लोगों को आश्चर्य चकित कर दिया।
समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बच्चों को प्रेरित करते हुये ए0डी0एम0 समीर वर्मा ने कहा कि आप हमारे
समाज का हिस्सा हैं। उन्होंने ने कहा कि आज के दिन को विश्व विक्लांग दिवस के रूप में मनाये जाने का अर्थ यह
है कि इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाये। उन्होंने हर प्रकार की सुवधा देने का आश्वासन भी दिया।
ए0डी0एम0 ने कहा कि जो अध्यापक इन्हें शिक्षित कर रहे हैं उनकी जिम्मेदारी बड़ी है।
समारोह के विश्ष्टि अतिथि पूर्व पालिका अध्यक्ष अरशद जमाल ने विद्यालय के चारों ओर घूम कर वर्तमान
व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने विद्यालय परिसर में इण्टरलाकिंग, सब्मर्सिबुल पम्प, लाइट व्यवस्था सुचारू
करने की घोषणा की। उन्होंने ट्रांस्लेटर के माध्यम से मूकबधिर बच्चों से बात कर उनका कुशलक्षेम भी पूछा। श्री
जमाल ने उन्हें हौसला दिया।
अपने भाषण में अरशद जमाल ने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत इन विक्लांग बच्चों को जोड़ कर
हमने समाज के सृजन में एक अति महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक मात्र विकल्प है जिससे
इन बच्चों के अन्धकार को दूर किया जा सकता है। श्री जमाल ने कहा कि हम अपने जिस्म के किसी अंग की
विशिष्ट भूमिका को तब जान पाते हैं जब हम उस अंग से वंचित होते हों। उन्होंने कहा कि ऐसी विपरीत परिस्थितियों
में भी हमें हौसले से काम लेते हुये भविष्य की राह तय करनी होती है। आज इन विक्लांग बच्चों के अन्दर जीवन के
प्रति उमंग एवं प्रतियोगी भावना देखकर हम सभी आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने कहा कि जो बच्चे सुन नहीं सकते, देख
भी नहीं सकते वे इन प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं और हमारी तरह जी रहे हैं। यह समाज की एक बड़ी उपलब्धि
है। जीवन को सुगम बनाने हेतु शिक्षा की रोशनी मात्र विकल्प है। इसका अर्थ यह है कि इन बच्चों ने सांकेतिक भाषा
की शिक्षा पर दक्षता पाली है जो इनके जीवन के प्रति सहायक सिद्ध होंगी। ईश्वर जब किसी व्यक्ति से एक चीज
लेता है तो उसके बदल के रूप में उसे कोई दूसरी बेहतरीन क्षमता प्रदान करता है। उन्होंने ने इन विक्लांग बच्चों
की हर सम्भव सहायता करने का आश्वासन देते हुये कहा कि हम सभी को एक साथ चलना है।
इस समारोह के आयोजक बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने
कहा कि इस परिसर में विक्लांग बच्चों को समाज से जोड़ने का कार्य आई0टी0 अध्यापकों के कन्धों पर है। उन्होंने
अध्यापकों का उत्साहवर्धन करते हुये कहा कि ये अपने कार्य को अच्छी तरह कर रहे हैं जो सराहनीय है।
इस अवसर पर अरशद जमाल ने विक्लांग बच्चों में कम्बल वितरित किये। अतिथियों द्वारा विद्यालय परिसर
में पौध रोपड़ भी किया गया। आई0टी0 शिक्षक रामकेर शर्मा ने वक्ताओं की बातों को मूकबधिर बच्चों की सांकेतिक
भाषा में अनुवाद किया ताकि वक्ताओं का आशय सभी बच्चे समझ सकें। इससे सभी बच्चे बहुत प्रसन्न थे।
इस अवसर पर बेसिक शिक्षा अधिकारी-राकेश कुमार, डिस्ट्रिक्ट को-आर्डिनेटर्स-अमित कुमार श्रीवास्तव,
गजेन्द्र सिंह, अखिलेश सिंह, जोगेन्द्र यादव, आई0टी0 टीचर्स-पंकज श्रीवास्तव, नेहा कुमारी, प्रेमलता, चन्द्रशेखर,
नीलिमा, सुधाकर राय, अर्चना श्रीवास्तव, रूरज, सुशील कुमार पाण्डेय आदि के इलावा बच्चों के माता-पिता व अन्य
लोग उपस्थित रहे। संचालन चन्द्रधर राय ने किया।