प्रदर्शनकारियों ने सरकार व एपीटीयू के खिलाफ की नारेबाजी

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उपायुक्त कार्यालय के बाहर कर्मचारी यूनियन ने फूंका वीसी का पुतला

एलआर संस्थान से निकाले गए कर्मचारियों ने आंदोलन को किया उग्र

सोलन,09 दिसंबर (धर्मपाल ठाकुर) औच्छघाट स्थित निजी शिक्षण संस्थान एलआर से निकाले गए कर्मचारियों ने अपने आंदोलन को उग्र रूप देना आरंभ कर दिया है। हड़ताली कर्मचारियों ने बुधवार को उपायुक्त कार्यालय के बाहर हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के वीसी तथा निदेशक तकनीकी शिक्षा बोर्ड धर्मशाला का पुतला फूंका और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आंदोलनरत कर्मचारियों ने दो टुक शब्दों में कहा है कि न्याय न मिलने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।

गौरतलब हो कि निजी एलआर शिक्षण संस्थान ने वर्षों से कार्यरत करीब 24 कर्मचारियों को 30 नवंबर को बिना पूर्व सूचना दिए ही नौकरी से निकाल दिया था। हैरानी की बात यह है कि संस्थान ने ऐसे शिक्षकों को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया हैं,जिन्होंने संस्थान को फर्श से अर्श तक ले जाने में अहम भूमिका निभाई है। निकाले गए कर्मचारियों का तर्क है कि संस्थान ने उन्हें ऐसे निकाला हैं जैसे कोई दूध से मक्खी को निकाल फैंकता है। कर्मचारी यूनियन कई बार संस्थान को लिखित तौर पर मसले को हल करने के लिए आग्रह कर चुकी हैं,लेकिन संस्थान प्रबंधकों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

यही वजह है कि कर्मचारी यूनियन ने एकजुटता दिखाते हुए संस्थान के खिलाफ मोरचा खोल रखा है। पिछले दस दिनों से कर्मचारी उनके साथ हुए घोर अन्याय के खिलाफ संघर्षरत है। संघर्षरत कर्मचारियों ने एलआर संस्थान की खामियों को सिलसिलेवार उजागर करना आरंभ कर दिया है। एलआर कर्मचारी यूनियन के प्रधान डा. अभय शर्मा, गुरप्रीत सिंह, यादवेंद्र,मनीष शर्मा, वीना शर्मा, रुकमणि, विजय ठाकुर,दीपक वर्मा, उदय सेन, विशाल पठानिया, कंचन शर्मा, लतेश, सुरेंद्र सिंह, डा. मनीष मान, विवेक शर्मा ने संस्थान पर मनमर्जी से कार्य करने का आरोप जड़ा है।

उक्त शिक्षकों का कहना है कि पीएचडी उपाधि धारक होने के बावजूद भी संस्थान उनकी योग्यता पर सवाल उठा रहा है। जबकि उक्त सभी शिक्षक पिछले कई वर्षों से संस्थान में शिक्षक के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। कर्मचारी यूनियन ने एलआर संस्थान प्रबंधकों तथा एपीटीयू के बीच सांठगांठ होने का आरोप भी जड़ा है। संस्थान की ऐसी कौन सी मजबूरी हैं कि उन्हें वर्षों पुराने शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखाना पड़ रहा है। हालांकि शुरूआती दौर में कर्मचारियों ने शांतिपूर्वक सिद्धांत अपनाते हुए मौन जुलूस निकाल कर अपना विरोध दर्ज करवाया। बुधवार को कर्मचारी यूनियन ने डीसी ऑफिस चौक पर हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के उपकुलपति तथा तकनीकी शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के निदेशक का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। शिक्षकों ने आई एम पीएचडी बट नॉट क्वालिफाइड, कैसे हो बच्चों का पोषण, जब शिक्षकों का हो शोषण, बिना कारण 24 शिक्षक किए निष्कासित, शिक्षक अपने साथ अन्याय सहन नहीं करेंगे आदि सलोगनों से लिखी तख्तियों को हाथों में उठाकर विरोध प्रदर्शन किया

फिलहाल संस्थान परिसर में माहौल पर काबू पाने के लिए पुलिस बल तैनात है। कर्मचारी यूनियन को हड़ताल पर गए दस दिन बीत चुके हैं,लेकिन संस्थान प्रबंधन वर्ग ने मामले को हल करने के लिए अभी कोई संकेत नहीं दिए हैं। संस्थान के प्रभारी पंकज का कहना है कि कर्मचारियों की प्रोफोमेंस ठीक न होने के कारण छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए उक्त फैसला लिया गया है।