ग्वालियर। नगर में बाहर से आने वाले वाहनों से खुलेआम टैरर टैक्स बसूला जा रहा है, इसकी जानकारी पुलिस और नगर निगम अफसरों को भी है, लेकिन कार्यवाही कोई भी करने को तैयार नहीं। इसकी एक बजह ठेकेदारों की पुलिस से सेटिंग हैं। वहीं नगर निगम अफसरों ने कार्यवाही करने से तौबा कर ली है। सीएम हैल्प लाइन, जनसुनवाई में षिकायत की गई, इसके बाबजूद दबंग ठेकेदार शासन-प्रषासन पर भारी है। षिकायतकर्ता जितेन्द्र सिंह का कहना है कि शहर में वाहनों से टैरर टैक्स बसूला जा रहा है, इसकी षिकायत सीएम हैल्प लाइन में की है। परंतु कार्यवाही नहीं हो रही। नेता प्रतिपक्ष नगर निगम कृष्णराव दीक्षित का कहना हैं कि अफसर व नेता सैट हो गये हैं, सीएम हैल्प लाइन पर षिकायत के बाद कार्यवाही नहीं हो रही। नगर निगम क्षेत्र में भूसा, रेता, गिट्टी, पत्थर शहर की मंडियों में बेचने वालों से 30 रूपये टेªक्टर और 60 रूपये डम्फर की बसूली का प्रावधान है पर अफसरों की मिलीभगत से अवैध रूप से प्रतिवर्ष अन्य वाहनों से 3 से 4 करोड़ की बसूली गुंडागर्दी से हो रही है। इसमें नेता और अफसर भी हिस्सेदार हैं। ऐसे वाहनों से भी बसूली होती है जो शहर में माल नहीं भेजते सिर्फ यहां से जाते हैं।
भितरवार में भी होती है टैरर टैक्स की बसूली – एक भुक्तभोगी ने बताया कि नरवर में मंदिर दर्षन के लिये भितरवार से नरवर लोढ़ी माता जाते समय कुछ तत्व भितरवार थाने से लाठी लेकर वाहनों से अवैध बसूली 50-100 रूपये तक ले लेते हैं, न देने पर झगड़ा व मारपीट करते हैं, पुलिस में षिकायत करने पर सुनवाई नहीं करती, पुलिस भी मिली हुई है। मंदिर दर्षन पर कौन सा टैरर टैक्स कब से लागू हो गया है, कृपया प्रषासन स्पष्ट करे और अगर नहीं लगता तो कार्यवाही करे, ताकि मंदिर दर्षन जाने वाले यात्री लुटने से बच सकें
ग्वालियर। नगर में बाहर से आने वाले वाहनों से खुलेआम टैरर टैक्स बसूला जा रहा है, इसकी जानकारी पुलिस और नगर निगम अफसरों को भी है, लेकिन कार्यवाही कोई भी करने को तैयार नहीं। इसकी एक बजह ठेकेदारों की पुलिस से सेटिंग हैं। वहीं नगर निगम अफसरों ने कार्यवाही करने से तौबा कर ली है। सीएम हैल्प लाइन, जनसुनवाई में षिकायत की गई, इसके बाबजूद दबंग ठेकेदार शासन-प्रषासन पर भारी है। षिकायतकर्ता जितेन्द्र सिंह का कहना है कि शहर में वाहनों से टैरर टैक्स बसूला जा रहा है, इसकी षिकायत सीएम हैल्प लाइन में की है। परंतु कार्यवाही नहीं हो रही। नेता प्रतिपक्ष नगर निगम कृष्णराव दीक्षित का कहना हैं कि अफसर व नेता सैट हो गये हैं, सीएम हैल्प लाइन पर षिकायत के बाद कार्यवाही नहीं हो रही। नगर निगम क्षेत्र में भूसा, रेता, गिट्टी, पत्थर शहर की मंडियों में बेचने वालों से 30 रूपये टेªक्टर और 60 रूपये डम्फर की बसूली का प्रावधान है पर अफसरों की मिलीभगत से अवैध रूप से प्रतिवर्ष अन्य वाहनों से 3 से 4 करोड़ की बसूली गुंडागर्दी से हो रही है। इसमें नेता और अफसर भी हिस्सेदार हैं। ऐसे वाहनों से भी बसूली होती है जो शहर में माल नहीं भेजते सिर्फ यहां से जाते हैं।
भितरवार में भी होती है टैरर टैक्स की बसूली – एक भुक्तभोगी ने बताया कि नरवर में मंदिर दर्षन के लिये भितरवार से नरवर लोढ़ी माता जाते समय कुछ तत्व भितरवार थाने से लाठी लेकर वाहनों से अवैध बसूली 50-100 रूपये तक ले लेते हैं, न देने पर झगड़ा व मारपीट करते हैं, पुलिस में षिकायत करने पर सुनवाई नहीं करती, पुलिस भी मिली हुई है। मंदिर दर्षन पर कौन सा टैरर टैक्स कब से लागू हो गया है, कृपया प्रषासन स्पष्ट करे और अगर नहीं लगता तो कार्यवाही करे, ताकि मंदिर दर्षन जाने वाले यात्री लुटने से बच सकें