दोस्तों आज देश में अनेको मन्दिर मस्जिद गुरद्वारों का करोड़ो रुपया लगा कर निर्माण किया जा रहा है अनेको शाहुकार इन स्थानों के लिए करोड़ो रुपया दान में देते है और हम जैसे साधारण श्रद्धा अनुसार 10-50-100 जितना बन पाये भगवान के नाम से दान निकालते है यह पैसा कहा जाता है इस का किसी को कोई हिसाब नहीं दिया जाता मन्दिरो के पुजारी मस्जिद के मोलवी और गुरद्वारों के जत्थेदार बताये की उन्होंने धार्मिक स्थानों का निर्माण कर के गोलक की कमाई बढ़ाने के अतिरिक्त और क्या किया है इन सब ने जनता के आये चढ़ावे से तन्खाहा पर स्टाफ को रखकर उन्हें सेवादारो का नाम दिया हुआ है और आप हुकमरान बन कर जनता के पेसो का दुरपयोग करते हुए देशभक्त व् समाज सेवक बन कर देश वासियो को दोनों हाथो से लूट रहे है सरकार तो जनता को टेक्सो के माध्यम से लूट ही रही है और ये धार्मिक नेता भी किसी से कम नहीं कर रहे हम इन से पूछना चाहते है क्या जो लाखो करोड़ो रुपया इक्क्ठा हो रहा है इन से अस्पताल और स्कूलों का निर्माण क्यों नहीं किया जाता जहा गरीब परिवार अस्पतालों और स्कूलों में अपना ईलाज और शिक्षा न मात्र पेसो से करवा सके आज महगाई का दौर है और ईलाज और शिक्षा इतनी महंगी है की गरीब आदमी के बस की बात नहीं रही आज जरूरत है दान के पेसो से स्कूलों और अस्पतालों में वाटर कुलर और पंखो की बच्चो को कापी पेन पुस्तको की गरीबो को दवाई और ईलाज की अगर हम अपना पैसा मन्दिर मस्जिद और गुरद्वारों के स्थान पर अस्पतालों और स्कूलों के निर्माण और वहा जरूरत अनुसार सुविधा देने पर लगाये तो उस से परमात्मा भी खुश होगा और आप के मन को शांति भी मिलेगी परमारात्मा धार्मिक स्थानो में नहीं आपने घर में ही अमृत वेला में सिमरन और गरीबो की सेवा कर के मिलता है आओ आज संकल्प ले की आगे से अपना दान गरीबो की सेवा के लिए अस्पताल और स्कूलों पर ही ख़र्च करेंगे
अगले लेख में बताऊगा पाखंडी बाबा के कारनामे व् धार्मिक समारोह की की जा रही फजूल खर्ची पर
राम नारायण (रामा) C N I
दोस्तों आज देश में अनेको मन्दिर मस्जिद गुरद्वारों का करोड़ो रुपया लगा कर निर्माण किया जा रहा है अनेको शाहुकार इन स्थानों के लिए करोड़ो रुपया दान में देते है और हम जैसे साधारण श्रद्धा अनुसार 10-50-100 जितना बन पाये भगवान के नाम से दान निकालते है यह पैसा कहा जाता है इस का किसी को कोई हिसाब नहीं दिया जाता मन्दिरो के पुजारी मस्जिद के मोलवी और गुरद्वारों के जत्थेदार बताये की उन्होंने धार्मिक स्थानों का निर्माण कर के गोलक की कमाई बढ़ाने के अतिरिक्त और क्या किया है इन सब ने जनता के आये चढ़ावे से तन्खाहा पर स्टाफ को रखकर उन्हें सेवादारो का नाम दिया हुआ है और आप हुकमरान बन कर जनता के पेसो का दुरपयोग करते हुए देशभक्त व् समाज सेवक बन कर देश वासियो को दोनों हाथो से लूट रहे है सरकार तो जनता को टेक्सो के माध्यम से लूट ही रही है और ये धार्मिक नेता भी किसी से कम नहीं कर रहे हम इन से पूछना चाहते है क्या जो लाखो करोड़ो रुपया इक्क्ठा हो रहा है इन से अस्पताल और स्कूलों का निर्माण क्यों नहीं किया जाता जहा गरीब परिवार अस्पतालों और स्कूलों में अपना ईलाज और शिक्षा न मात्र पेसो से करवा सके आज महगाई का दौर है और ईलाज और शिक्षा इतनी महंगी है की गरीब आदमी के बस की बात नहीं रही आज जरूरत है दान के पेसो से स्कूलों और अस्पतालों में वाटर कुलर और पंखो की बच्चो को कापी पेन पुस्तको की गरीबो को दवाई और ईलाज की अगर हम अपना पैसा मन्दिर मस्जिद और गुरद्वारों के स्थान पर अस्पतालों और स्कूलों के निर्माण और वहा जरूरत अनुसार सुविधा देने पर लगाये तो उस से परमात्मा भी खुश होगा और आप के मन को शांति भी मिलेगी परमारात्मा धार्मिक स्थानो में नहीं आपने घर में ही अमृत वेला में सिमरन और गरीबो की सेवा कर के मिलता है आओ आज संकल्प ले की आगे से अपना दान गरीबो की सेवा के लिए अस्पताल और स्कूलों पर ही ख़र्च करेंगे
अगले लेख में बताऊगा पाखंडी बाबा के कारनामे व् धार्मिक समारोह की की जा रही फजूल खर्ची पर
राम नारायण (रामा) C N I