छात्रवृति घोटाला: बच्चों का पैसा पीने वालों को बचाते रहे अफसर।

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ग्वालियर। 21 अगस्त (सीएनआई ब्यूरो) छात्रवृति घोटाले में 6 महीने में एक दर्जन से ज्यादा अफसरों पर एफआईआर हो चुकी है, लेकिन इन अफसरों पर कार्यवाही के नाम पर अब तक कुछ नहीं हुआ है। एक अफसर का तबादला हुआ पर रसूखदार होने के कारण निरस्त हो गया। गजराराजा मेडीकल काॅलेज ग्वालियर की पूर्व डीन डाॅ0 अमृत मेहरोत्रा, आदिम जाति कल्याण विभाग की संयोजक रंजना सिंह, क्षेत्रीय संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग केके यादव, मनोहर सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की सहायक संचालक जेएस विलसन तथा सहायक आयुक्त एवं अन्य अधिकारियों को अभयदान मिला हुआ है। षिक्षा माफिया से मिलकर मेडीकल काॅलेज के डीन, सरकारी काॅलेजों के प्राचार्यों से लेकर सरकारी अफसर और कर्मचारी लम्बे समय से गरीब छात्रों की छात्रवृति हड़प रहे थे। लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू को इस घोटाले में एक दर्जन से अधिक कर्मचारियों की लिप्तता का पता लगते ही उन्हें आरोपी भी बना लिया गया है, पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। curption