धर्म के रक्षक व् हिन्द का चादर गुरु तेग बहादुर को किया श्रद्धा स्मरण
चंडीगढ़ ; आरके शर्मा /करण शर्मा /मोनिका शर्मा ;—–धर्म की चादर गुरु तेग बहादुर जी की पवित्र स्मृति में गुरुद्वारा साहब सेक्टर 34 से शोभा यात्रा निकाली गई ! पंज प्यारे सिंघों के नेतृत्व में शोभा यात्रा की अगुवाई करती गुरु ग्रन्थ साहब की पालकी शोभनीय थी ! शोभा यात्रा का अलग अलग सेक्टरों में खूब उत्साह से स्वागत किया गया ! जगह जगह स्वागत गेट सजाये बनाये गए थे ! गुरुद्वारों की शोभा देखते बनती थी ! पांच सिंघों ने यात्रा में शिरकत करने वाले संगतों आस्थावानों ने खूब सजीले वतर धारण किये हुए थे ! पूरा वातावरण जो बोले सो निहाल
के जयकारे से गुजांयमान हुए ! संगतों ने रास्ते में जलपान छके और सड़कों के किनारे खड़े लोगों ने पालकी में सवार गुरु ग्रन्थ साहब के दर्शन किये ! गुरुद्वारों में शब्द और कीर्तन दरवार सजाये गए जहाँ चौबीसों घंटे गुरु की वाणी गुरु की बात होती रही ! धर्म जलूस में कारें, ओपन जीपें व् मोटर साइकिल, मोटर गाड़ियां व् ट्रक्स सहित पैदल संगतों ने शोभा बढाई ! गुरु तेग बहाुदर के निमित दिवस को हर जाट धर्म नस्ल और सम्प्रदाय से परे रह कर खूब भाईचारे के साथ मनाया ! शहर के बुद्धिजीवी और संतों साधु फकीरों आदि ने शोभयात्रा पुण्य कमाया ! सेक्टर 35 स्थित गुरुद्वारा गुरु नानक अकाल गढ़ साहब गुरुद्वारा के प्रबंधक व् गुरु घर दे दास पंछी ने बताया कि ये शोभायात्रा दिल्ली से चलकर जिलों से गुजरती हुई जीरकपुर सिटी में से अनेकों गुरुद्वारा साहबों के आगे से शान बढाती हुई मोहाली स्थित गुरुद्वारा अम्ब साहब में जयकारों के साथ पंज प्यारे का सम्मान के साथ सम्पन्न हुआ ! संगतों ने कड़ाह पर्शादा छका ! गुरुतेग बहादुर जी सिख धर्म के प्रवर्तक गुरु गोविन्द सिघ जी के पिता थे और धर्म के लासानी शाहदत पाने वालों में अग्रणी सत्कारणीय स्थान रखते हैं ! गुरुतेग बहादुर जी ने अपने प्राणों की आहुति देकर अनेकों धर्म उपासकों और उनके परिवारजनों की प्राण रक्षा की थी !
======================================================
सेक्टर 34 गुरु द्वारा साहब आगे से गुरु ग्रन्थ साहब की पालकी गुजरते हुए —-आरके शर्मा राज
——————————————–