नगर कौंसिल अधिकारियों ने चलाया अतिक्रमण विरोधी अभियान दुकानदारों ने अधिकारियों के खिलाफ जड़े मिलीभगत एवं महीना बटोरने के आरोप,

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बरनाला, 28 नवम्बर (अखिलेश बंसल/विपन गुप्ता ) सडक़ों पर दिन-प्रतिदिन गुजरने की पहुंच रही शिकायतों के मद्देनजर नगर कौंसिल द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान का आगाज़ किया गया। बस स्टैंड
मार्कीट पर पहुंचे अधिकारियों व कर्मचारियों ने कई दुकानों से अतिक्रमण हटा सामान अपने कब्जे में लिया। जिससे आक्रोशित हुए दुकानदारों ने अधिकारियों के खिलाफ कथित तौर पर गंभीर आरोप जड़े। कौंसिल अधिकारियों ने दो-टूक शब्दों में कह दिया है कि यह अभियान जारी रहेगा, जब तक लोग
अतिक्रमणकारी बाज नहीं आते।
शिकायतों के बाद प्रशासन आया हरकत में: शहर में अधिकांश दुकानदारों द्वारा अपनी दुकान की सीमा को क्रॉस करते हुएफुटपाथों को रोक ही रखा है उन्होंने सडक़ों को भी अपने कब्जे में ले रखा है। जिससे वाहनों को तो निकलने की समस्या से जूझना ही पड़ रहा था, पैदल चलते राहगीरों को भी दिक्कतें उठानी पड़ रही थी। जिसका समाधान करवाने के लिए जिला प्रशासन के पास कई शिकायतें पहुंची थी। कई लोगों ने तो लोकल प्रशासन को शर्मशार करने के लिए मोबाइल फोनों पर वीडियो वायरल तक की थी।
जिसके बाद हरकत में आए नगर कौंसिल प्रशासन ने मंगलवार को अतिक्रमण हटाने के लिए कार्यवायी शुरू की।
पीडि़त दुकानदारों ने उठाए सवाल: नगर कौंसिल कर्मचारियों ने बस स्टैंड से शहर में दाखिल होती सडक़ पर दुकानदारों द्वारा किए हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए मंगलवार को बाद दोपहर कार्यवायी शुरू की। जैसे ही सडक़ों पर पड़े दुकानों का सामान उठा सरकारी वाहनों पर लादना शुरू किया तो दुकानदार एकत्रित हो गए। जिन्होंने कौंसिल अधिकारियों की उक्त कार्यवायी का कड़ा विरोध किया। पीडि़त दुकानदारों का कहना था कि यदि अतिक्रमण अभियान शुरू करना था तो उसके लिए पहले मुनादी क्यूं नहीं की, ऊपर की पहुंच वाले दुकानदारों को रियायत क्यूं दी जा रही है, सडक़ों की हालत बद से बदतर हैं उनका सुधार क्यूं नहीं किया जा रहा, शहर में ना ही दुकानदारों के लिए और ना ही कहीं महिलाओं के लिए शौचालय हैं, दूर-दराज से शहर में दाखिल होते वाहनों को खड़ा करने केलिए पार्किंग व्यवस्था नहीं, पिछले दो महीने से पूरा शहर डेंगू की बीमारी से पीडि़त रहा है उसके लिए कौंसिल द्वारा कोई अग्रिम प्रबन्ध नहीं किए गए। दुकानों के अन्दर पड़े सामान को डिस्पले करना दुकानदार की मजबूरी है। पीडि़त दुकानदारों ने सवाल उठाया कि यदि नगर कौंसिल व लोकल प्रशासन दिल से अतिक्रमण हटाना चाहता है तो पहले अपने गिरहबान में झांक कर देखें और शहरवासियों को मूल सुविधाएं मुहैया करवाएं।
यह कहते हैं अधिकारी: नगर कौंसिल के ई.ओ. परविन्दर सिंह भट्टी का कहना है कि अतिक्रमण विरोघी
एक्ट की उलंघना करने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी। दुकानदारों को समय समय पर कहा जाता रहा है कि वे अतिक्रमण से बाज आएं। सडक़ पर चलने का हर आम व खास को पूरा अधिकार है। जिनके अधिकारों का किसी स्तर पर हनन नहीं होने दिया जाएगा।