ग्वालियर। १४ दिसंबर [सीएनआई ब्यूरो ] उच्च न्यायालय की ग्वालियर खण्डपीठ के प्रषासनिक न्यायाधिपति यूसी माहेष्वरी ने राष्ट्रीय मेगालोक अदालत का शुभारंभ करते हुये कहा कि न्यायदान के इस राष्ट्रीय महायज्ञ में किया गया योगदान भी बड़ा दान हैं, यह कार्य समाज और राष्ट्र के लिये किया गया कार्य है। न्यायमूर्ति रोहित आर्या, न्यायमूर्ति एसके गुप्ता, न्यायमूर्ति एसके पालो, एडीषनल एड्वोकेट जनरल अरविंद दूदावत, असिस्टेंट सालिस्टर जनरल विवेक खेड़कर, स्टेटवार काउंसिल के सदस्य जेपी मिश्रा एवं जितेन्द्र शर्मा तथा प्रिंसीपल रजिस्ट्रार एएम सक्सेना उपस्थित थे। जिला न्यायालय में करीब 25 हजार मामले निपटे, परिवार न्यायालय में दो जोड़े एक हुये तथा 623 अन्य प्रकरणों का निराकरण किया गया। आपसी सहमति से 218 मामलों में पीड़ित पक्षकारों को 2 करोड़ 28 लाख 16 हजार की क्षतिपूर्ति राषि प्राप्त हुई।
ग्वालियर। १४ दिसंबर [सीएनआई ब्यूरो ] उच्च न्यायालय की ग्वालियर खण्डपीठ के प्रषासनिक न्यायाधिपति यूसी माहेष्वरी ने राष्ट्रीय मेगालोक अदालत का शुभारंभ करते हुये कहा कि न्यायदान के इस राष्ट्रीय महायज्ञ में किया गया योगदान भी बड़ा दान हैं, यह कार्य समाज और राष्ट्र के लिये किया गया कार्य है। न्यायमूर्ति रोहित आर्या, न्यायमूर्ति एसके गुप्ता, न्यायमूर्ति एसके पालो, एडीषनल एड्वोकेट जनरल अरविंद दूदावत, असिस्टेंट सालिस्टर जनरल विवेक खेड़कर, स्टेटवार काउंसिल के सदस्य जेपी मिश्रा एवं जितेन्द्र शर्मा तथा प्रिंसीपल रजिस्ट्रार एएम सक्सेना उपस्थित थे। जिला न्यायालय में करीब 25 हजार मामले निपटे, परिवार न्यायालय में दो जोड़े एक हुये तथा 623 अन्य प्रकरणों का निराकरण किया गया। आपसी सहमति से 218 मामलों में पीड़ित पक्षकारों को 2 करोड़ 28 लाख 16 हजार की क्षतिपूर्ति राषि प्राप्त हुई।