पटना 6 दिसबर सौरव कुमार) बिहार से बाहर लोग सोचते हैं कि यहां शिक्षा बिकाऊ है। पिछले वर्ष एक-दो स्कूलों में नकल के मामले सामने आए और पूरे देश में संदेश गया कि बिहार में सामूहिक नकल होती है। इससे राज्य की छवि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खराब हो रही है। हम सबको मिलकर यह सोच बदलनी होगी। ये बातें शिक्षा मंत्री डा. अशोक चौधरी ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति में टॉपरों के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि शिक्षक, विद्यार्थी और शिक्षा विभाग मिलकर एक टीम के रूप में कामकर लोगों की सोच बदल सकते हैं। हमें बिकाऊ शिक्षा वाले प्रदेश की छवि से बाहर निकलना है। शिक्षा के क्षेत्र में संरचनात्मक विकास काफी हुआ है। अब गुणवत्तापूर्ण विकास के लिए कार्यक्रम बनाए जाएंगे। उसे लागू किया जाएगा। शिक्षामंत्री ने कहा कि पिछली परीक्षाओं में धांधली के मामले सामने आए थे। इस बार ऐसी स्थिति सामने आए। इसके लिए सब मिलकर काम करेंगे। शिक्षक, अभिभावक विभागीय पदाधिकारी को सेंस आॅफ विलीव विकसित करना होगा। सबको अपनी जिम्मेदारी विकसित करनी होगी। हमारे सामने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए कार्य करने की चुनौती है। हमारे साथ डीएस गंगवार जैसे लोग साथ हैं, जरूर एक बेहतर टीम बनेगी। शैक्षणिक गुणवत्ता को विकसित करने में हम कामयाब हो पाएंगे। शिक्षा मंत्री बनने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ पहले सार्वजनिक कार्यक्रम में उन्होंने चेतावनी के साथ चुनौती भी दी कि सबको मिलकर काम करना ही होगा।