ग्वालियर। १७ अक्टूबर [सीएनआई ] डबरा भितरवार ब्लॉक के दुबहा गांव के कृषक बच्चू परिहार 55 पुत्र तुलसी परिहार की खेत में फसल खराब होने पर सदमे से मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि किसान शाम को खेत में फसल देखने गया था, जब वापिस घर लौटा तो सदमे में मौत हो गई। मृतक पर जिला सहकारी बैंक का डेढ़ लाख का कर्ज भी बताया जाता है। फसलों में पानी न मिलने से धान, उड़द और तिली की फसल खराब होने की बजह से उसकी सदमे में मौत हो गई।
कर्ज लेकर तैयार की थी फसल – दूसरी घटना में श्योपुर, विजयपुर थाना क्षेत्र के बैनीपुरा गांव में बारदा बांध के पास बहादुर पुत्र माणिक धांकड़ उम्र 60 वर्ष निवासी बैनी पुरा का शव बारदा बांध पर पड़ा मिला। किसान की मौत कर्ज लेकर तैयार की गई फसल का बर्बाद होने से बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार किसान की मौत के कारणों की जांच की जा रही है।
किसान ने रेल से कटकर दी जान – लगातार तीन साल से खराब हो रही फसल के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे कोलारस विकासखंड के ग्राम पचावली निवासी राजकुमार दांगी ने बदरवास में ईसुरी के पास रेल से कटकर आत्महत्या कर ली। उसके ताऊ खलक सिंह ने बताया कि राजकुमार ने 9 बीघा में सोयाबीन लगाया था, जिसमें से मात्र 2 क्विंटल उपज निकली। लगातार तीन साल से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।
ग्वालियर। १७ अक्टूबर [सीएनआई ] डबरा भितरवार ब्लॉक के दुबहा गांव के कृषक बच्चू परिहार 55 पुत्र तुलसी परिहार की खेत में फसल खराब होने पर सदमे से मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि किसान शाम को खेत में फसल देखने गया था, जब वापिस घर लौटा तो सदमे में मौत हो गई। मृतक पर जिला सहकारी बैंक का डेढ़ लाख का कर्ज भी बताया जाता है। फसलों में पानी न मिलने से धान, उड़द और तिली की फसल खराब होने की बजह से उसकी सदमे में मौत हो गई।
कर्ज लेकर तैयार की थी फसल – दूसरी घटना में श्योपुर, विजयपुर थाना क्षेत्र के बैनीपुरा गांव में बारदा बांध के पास बहादुर पुत्र माणिक धांकड़ उम्र 60 वर्ष निवासी बैनी पुरा का शव बारदा बांध पर पड़ा मिला। किसान की मौत कर्ज लेकर तैयार की गई फसल का बर्बाद होने से बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार किसान की मौत के कारणों की जांच की जा रही है।
किसान ने रेल से कटकर दी जान – लगातार तीन साल से खराब हो रही फसल के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे कोलारस विकासखंड के ग्राम पचावली निवासी राजकुमार दांगी ने बदरवास में ईसुरी के पास रेल से कटकर आत्महत्या कर ली। उसके ताऊ खलक सिंह ने बताया कि राजकुमार ने 9 बीघा में सोयाबीन लगाया था, जिसमें से मात्र 2 क्विंटल उपज निकली। लगातार तीन साल से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।