बरसात ने शहरियों के चेहरे खिलाये पर किसानों के मुरझाये

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बरसात ने शहरियों के चेहरे खिलाये पर किसानों के मुरझाये
चंडीगढ़ ; 14 अक्टूबर ; आरके शर्मा विक्रांत / करण शर्मा ;—–ट्राईसिटी में आज इंद्र देव यकलख्त मेहरबान हुए तो राहगीर परेशान हुए ! इस औचक बरसात से शहरवासी जहाँ खुश हुए वहीँ किसान जमात के चेहरे पर परेशानी की लकीरें खिंच गईं ! पहले तो अचानक तेज आंधड चले खूब रेल मिटटी उडी ! सड़कों व् पार्कों में पड़े सूखे पत्ते हवा की डोर पर स्वर होकर आसमान में उड़ते रहे ! और आवाजाही के रास्ते परेशानी का सबब बनते रहे ! सिंघपुरा जीरकपुर के दलजीत सिंह ने रुआंसे स्वरों में कहा कि भले ही शहरी जमात के लिए बरसात सुहावना मौसम बन कर आई पर खेतों में फसलें इस वक़्त जिस हालात में हैं उससे किसान वर्ग का भारी नुकसान होना लाजिमी है ! इससे उसकी महीनों की मेहनत और अर्थ की तबाही होगी ! यकलख्त आई बरसात से घिरी सरकारी महिला कर्मी विभा और सरोज सहित श्यामा व् सिमरन जीत कौर ने कहा सवेरे से दोपहर तक मौसम साफ था वह लंच टाइम में खाना खा कर के ऑफिस लौट रही थीं कि अचानक अन्धड़ ने आ घेरा ! राह में शरण ली तो देखते देखते बरसात आ टपकी ! ऑफिस तक पहुँचते बरसात में भींग गईं ! देखते देखते सड़कों पर बरसात का पानी भरता देखा गया और गटरों के मुहाने पर सूखे पत्ते जमा होने से बरसाती पानी की निकासी में अवरोध बने ! दीगर बात तो ये हैं कि ये सब नगर निगम की नालायकी की पोल खोल गया ! पर इन सब से परे रह कर बच्चों ने बरसात का खूब एन्जॉय किया ! कागजों की किश्तियाँ बहाई और कई बच्चों ने अपने नाम के पानी में जहाज चलाये ! खबर लिखे जाने तक भी खूब बादल काली घटा घनघोर बन कर छाये हुए हैं ! —————————————-

सेक्टर 8 स्थित गुरुद्वारा और प्राचीन शिवमंदिर अंधड़ और बरसात में मटमैले दिखाई देते हुए ——करण शर्मा