बिना नोटिस दिये अतिक्रमण हटाने आये, दुर्व्यवहार से महिला ने खुद को लगाई आग।

0
1506

ग्वालियर। 8नवम्बर[ सीएनआई ] एक ओर म.प्र. के मुख्यमंत्री प्रदेषवासियों को रहने के लिये जमींनों के टुकड़े बांट रहे हैं और वहीं कुछ अधिकारी उनकी मंषा के विरूद्ध अतिक्रमण हटाने के नाम पर लोगों में शासन के प्रति भय और अत्याचार का वातावरण बनाकर आत्महत्या के लिये मजबूर कर रहे हैं।
ऐसे ही एक वाकिय में षिवपुरी पिछोर के ग्रंटबाग क्षेत्र वार्ड नं. 14 में रहने वाली मीना 26 वर्षीय पत्नी महेष कोली ने नगर परिषद अध्यक्ष संजय पाराषर, नगर परिषद अधिकारी, खनियाधाना के प्रभारी तहसीलदार जेपी गुप्ता और नगर परिषद के सीएमओ अषोक यादव और जिला प्रषासन षिवपुरी के अधिकारियों के दुर्व्यवहार और बिना नोटिस मकान तोड़ने का आदेष देने पर महिला ने मिट्टी का तेल डालकर स्वयं को आग लगा ली। आनन-फानन में अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती कराया, जहां 50 से 60 प्रतिषत जलना बताया। मदाखलत दस्ता जैसे ही उक्त महिला का मकाना बिना नोटिस दिये, बिना कागज देखे तोड़ने पहुंचा तो महिला बुरी तरह घबरा गई, उसे अधिकारियों ने डाटा भी, उस पर उसने प्रताड़ित होकर आत्महत्या का निर्णय लिया। और खुद को आग लगा ली, पुलिस ने बाद में नगर परिषद अध्यक्ष पिछोर और अन्य लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिये प्रेरित करने का मामला दर्ज कर लिया है। ब्लॉक मेडीकल ऑफीसर डॉ0 संजीव वर्मा और पत्रकारों के समक्ष कैमरे के सामने कहा कि उससे उसका घर खाली कर मकान हटाने को कहा गया था, जिससे दुखी होकर मैंने खुद को आग लगा ली। पिछोर टीआई आरएस राठौर ने भी बताया कि महिला द्वारा मौखिक रूप से भी यही बताया गया है। घटना को लेकर भाजपा कांग्रेस में सियासत तेज हो गई है।
पिछोर मेला जो 14 से 20 दिसम्बर तक लगने वाला है, इसके लिये मेला ग्राउंड पर जेसीबी मषीनें चलाकर सफाई की जा रही थी। मेले का स्थान परिवर्तित कर नये स्थान पर लगाने के निर्णय के बाद उक्त घटनाक्रम हुआ है, जिससे भाजपा को सियासत का मौका मिल गया। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नपा अध्यक्ष संजय पाराषर ने स्थान परिवर्तित कराया है, जिससे मेला ग्राउंड में रह रहे सीधे-साधे नागरिकों को वे अमानवीय रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। जिसके चलते द्वारा परेषान होकर मीना द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया। वहीं संजय पाराषन नपा अध्यक्ष का कहना हैं कि अतिक्रमण हटाना राजस्व व पुलिस विभाग का काम हैं, इससे नगर पंचायत का कोई लेना-देना नहीं हैं। सीएमओ नगर पंचायत पिछोर अषोक यादव का कहना हैं कि घटना के समय में मेला ग्रांउड में लेवलिंग का कार्य करा रहा था, घटना के कारण मेरे संज्ञान से परे हैं।
सवाल दर सवाल – सवाल यह उठता है कि वर्षों से बने मकान को एकदम अतिक्रमण कैसे घोषित कर दिया ? हिटैची लेकर तोड़ने किसके आदेष पर गये ? गरीब महिला का इलाज कौन करायेगा ? क्या अधिकारियों को मुख्यमंत्री की घोषणाएं नहीं मालूम ? अतिक्रमण यदि सरकारी भूमि पर है तो हटाया जाना नियम से सूचना देकर हटाना चाहिये, ताकि लोग अपनी व्यवस्था कर सकें। प्रदेष में अतिक्रमण के नाम पर 2011 से अत्याचार हो रहा है। हजारों लोगों को ग्वालियर अंचल में बर्बाद किया गया है, लेकिन नक्कारखाने में तूती की आबाज अभी किसी को सुनाई नहीं पड़ रही।burning ladyatikarman hitechi