ग्वालियर-२३अक्तुबर [सीएनआई] डबरा में अमर शहीद महान देश भक्त ने आजादी की लडाई में बुन्देलखंड़ को देश में पहचान दिलाने वाले अस्फाक उल्लाह खां की जयंती आर्य समाज ने आर्य समाज मंदिर में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई ।
और दशहरा उत्सव पर मुख्य अतिथि बतौर डॉ. स्वतंत्र कुमार सक्सेना और पूर्व प्राचार्य ओपी भदौरिया ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी को पाखंड़ छोड़कर भगवान श्रीराम के चरित्र को अपनाते अपने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए दशहरा उत्सव पर संकल्प लेना चाहिए, श्री भदौरिया ने कहा कि वर्ण व्यवस्था प ब्राह्मण क्षत्रीय वैश्य सूद्र के कत्र्तव्य पर, कत्र्तव्य व्यवस्था ठीक न होने के के कारण महाभारत काल के बाद इस आर्यविद में असमंजस की स्थिति बनी हुई है ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आर्य समाज के उपमंत्री महेन्द्र सिंह चंदेल ने कहा कि हमारे भारत देश की भूमि पर शूरवीरों का इतिहास रहा है । विजयदशमी का पर्व हमें बुराई को छोड़कर अच्छाई को पाना जीवन के कत्र्तव्यों मेंं शामिल करना चाहिए । विजयदशमी के त्योहार पर हमें एक सीख लेना चाहिए कि समाज के अंदर रह रहे लोगों को स्वच्छता अभियान से जोड़कर आस पास फैली गंदगी को दूर करने के लिए हमें विजयादशमी पर्व पर यह संकल्प लेना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आर्य समाज के प्रधान ब्रह्मस्वरूप शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम का आव्हार सुरेश शिवहरे ने किया,तथा श्री शिवहरे ने कहा कि दशहरा पर्व पर हवन कर पर्यावरण को शुद्ध रखने व अपने आस पास स्वच्छता बनाए रखने का भी संकल्प हमें लेना चाहिए ।
इस अवसर सर्व श्री शिवनाथ भदौरिया, छदामीलाल कुशवाह, मदन सिंह परमार, मुके श श्रीवास्तव, डालचंद माहौर, जयदयाल शर्मा, उमेश शर्मा, प्रमोद अम्ब, मुकुल गुप्ता, रघुवीर रजक, आकाश, यतेन्द्र चौहान और आर्य समाज के उक्त मंत्री महेन्द्र सिंह चंदेल विशेष रूप से उपस्थित थे।
ग्वालियर-२३अक्तुबर [सीएनआई] डबरा में अमर शहीद महान देश भक्त ने आजादी की लडाई में बुन्देलखंड़ को देश में पहचान दिलाने वाले अस्फाक उल्लाह खां की जयंती आर्य समाज ने आर्य समाज मंदिर में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई ।
और दशहरा उत्सव पर मुख्य अतिथि बतौर डॉ. स्वतंत्र कुमार सक्सेना और पूर्व प्राचार्य ओपी भदौरिया ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी को पाखंड़ छोड़कर भगवान श्रीराम के चरित्र को अपनाते अपने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए दशहरा उत्सव पर संकल्प लेना चाहिए, श्री भदौरिया ने कहा कि वर्ण व्यवस्था प ब्राह्मण क्षत्रीय वैश्य सूद्र के कत्र्तव्य पर, कत्र्तव्य व्यवस्था ठीक न होने के के कारण महाभारत काल के बाद इस आर्यविद में असमंजस की स्थिति बनी हुई है ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आर्य समाज के उपमंत्री महेन्द्र सिंह चंदेल ने कहा कि हमारे भारत देश की भूमि पर शूरवीरों का इतिहास रहा है । विजयदशमी का पर्व हमें बुराई को छोड़कर अच्छाई को पाना जीवन के कत्र्तव्यों मेंं शामिल करना चाहिए । विजयदशमी के त्योहार पर हमें एक सीख लेना चाहिए कि समाज के अंदर रह रहे लोगों को स्वच्छता अभियान से जोड़कर आस पास फैली गंदगी को दूर करने के लिए हमें विजयादशमी पर्व पर यह संकल्प लेना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आर्य समाज के प्रधान ब्रह्मस्वरूप शर्मा ने स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम का आव्हार सुरेश शिवहरे ने किया,तथा श्री शिवहरे ने कहा कि दशहरा पर्व पर हवन कर पर्यावरण को शुद्ध रखने व अपने आस पास स्वच्छता बनाए रखने का भी संकल्प हमें लेना चाहिए ।
इस अवसर सर्व श्री शिवनाथ भदौरिया, छदामीलाल कुशवाह, मदन सिंह परमार, मुके श श्रीवास्तव, डालचंद माहौर, जयदयाल शर्मा, उमेश शर्मा, प्रमोद अम्ब, मुकुल गुप्ता, रघुवीर रजक, आकाश, यतेन्द्र चौहान और आर्य समाज के उक्त मंत्री महेन्द्र सिंह चंदेल विशेष रूप से उपस्थित थे।