भर्ती से लौटे युवकों ने रेल में किया उपद्रव, युवतियों के फाड़े कपड़े।

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ग्वालियर। ३०अक्तुबर [सीएनआई]चंबल एक्सप्रेस में सागर से चल रही सेना भर्ती से लौटे युवकों ने झांसी से चंबल में सवार होकर छेड़छाड़ का विरोध करने पर स्लीपर कोच में 6 युवतियों के कपड़े फाड़ दिये और परिजनों के गिड़गिड़ाने पर भी नहीं माने। कोच में सवार अन्य युवकों के विरोध के बाद जैसे-तैसे युवतियों की इज्जत बच पाई। अंतिम स्टॉपेज ग्वालियर होने के कारण रेलवे सुरक्षा बल रेल में तैनात नहीं था। जौरा, सबलगढ़, कैलारस के युवकों ने वापिसी में जमकर उत्पाद मचाया। रेल चलने पर छेड़छाड़ शुरू कर दी। एस-9 और एस-10 में युवक गोला का मंदिर निवासी एक परिवार की 16 और 19 साल की लड़की तथा दूसरे परिवार की 15-17 साल की लड़की तथा एस-9 में 17 और 21 साल की 2 लड़कियां जो परिवार के साथ थीं, के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। और विरोध करने पर कपड़े फाड़ दिये, रेल में उत्पाद की सूचना मिलने पर आरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट बीके मकरारिया डीआईटीके अग्निहोत्री, टीआई जीआरपी प्रकाष सेन और पड़ाव गोला का मंदिर जनकगंज पुलिस का बल मौके पर पहुंच गया, करीब दो सैकड़ा जवानों को देखकर युवक कूंदकर भाग निकले। महिला और विकलांग कोचों पर कब्जा किया गया। आरपीएफ, जीआरपी झांसी से ग्वालियर के बीच में नदारद थी। दतिया डबरा पर भी कंट्रोल किया जा सकता था, परंतु अधिकारियों की लापरवाही से महिलाओं से छेड़छाड़ होती रही। किसी भी युवक को गिरफ्तार नहीं किया गया, बल्कि उन्हें निकल जाने दिया गया। बस स्टेंड पर पुलिस ने कंसेशन कराकर 30 रूपये प्रति सवारी के हिसाब से युवकों को भेजने को बस वालों को मना लिया। पर युवक 30 रूपये देने को तैयार नहीं थे। स्टेषन बजरिया स्थित एक होटल पर युवकों ने खाना खाया और होटल के कर्मचारियों को धक्का देकर बिना पैसा दिये भाग निकले। आम यात्रियों को धमकाने वाली आरपीएफ, जीआरपी और एरिया मैनेजर सब गायब थे।rail hungama