भारत सरकार द्वारा बरनाला की बेटी को मिला सर्वश्रेष्ठ अल्पदृष्टि महिला का पुरस्कार

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-राष्ट्रीय पुरस्कार से चेतना सिंगला को पुरस्कृत करते हुए केद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली।  -दिल्ली से वापिस लौटी राष्ट्रीय पुरस्कार विजयता चेतना सिंगला का भव्य अभिनंदन करते हुए परिजन व शहरवासी।
-राष्ट्रीय पुरस्कार से चेतना सिंगला को पुरस्कृत करते हुए केद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली।
-दिल्ली से वापिस लौटी राष्ट्रीय पुरस्कार विजयता चेतना सिंगला का भव्य अभिनंदन करते हुए परिजन व शहरवासी।
-ऑनलाइन रेडीयो व सरकारी नौकरी में बेहतरीन प्रतिभा ने दिलाया राष्ट्रीय पुरस्कार
-सम्मानित होने वाले बरनाला की बेटी चेतना सिंगला समेत देशभर से 55 बच्चे थे शामिल
-भारत के प्रधानमंत्री के चेन्नई दौरे पर होने के कारण केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने किया था बच्चों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित
-दिल्ली से वापिस लौटने पर शहरवासियों ने किया चेतना सिंगला का भव्य अभिनंदन।
अखिलेश बंसल, बरनाला। 
भारत सरकार द्वारा पंजाब प्रांत के ज़िला बरनाला की बेटी चेतना सिंगला को सर्वश्रेष्ठ अल्पदृष्टि महिला का पुरस्कार मिला है। चेतना को यह पुरस्कार ऑनलाइन रेडीयो व सरकारी नौकरी में बेहतरीन प्रतिभा के बल पर मिला है। इस पुपुरस्कार भेंट करने की रस्म भारत के प्रधानमंत्री के चेन्नई दौरे पर होने के कारण केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अदा की थी। राष्ट्रीय पुरस्कार सहित शुकरवार-शनिवार की रात दिल्ली से वापिस लौटी चेतना सिंगला का शहरवासियों ने भव्य अभिनंदन किया। गौरतलब हो कि दिल्ली में इस तरह का पुरस्कार देशभर के 55 बच्चों को मिला है।
अल्पदृष्टि के बावजूद थी पढ़ाई की लग्न-
शहर के प्रसिद्ध कारोबारी चौधरी राम कृष्ण के लडक़े नरेश चौधरी ने बताया कि उनकी बेटी चेतना सिंगला बचपन से ही अल्पदृष्टि वाली है। लेकिन उसे पढऩे की  लग्न पैदा होने के कारन विशेष संस्थाओंं में पढ़ाया गया। चेतना ने भी अपनी लग्न को कायम रखा। अंत उसने कब पढ़ाई की उसका पता उन्हें उस समय पता लगा जब उनकी बेटी ने बैंक के जूनियर एसोसिएट एग्ज़ाम  को पास कर लिया और बैंक में नौकरी भी हासिल कर ली।
मेहनत व प्रतिभा ने दिलाया राष्ट्रीय पुरस्कार-
अल्पदृष्टि चेतना सिंगला ऑनलाइन उधम रेडियो पर अपनी आवाज़ देती थी और बैंक में पूरी मेहनत से कार्य करती थी। जिसकी प्रतिभा को देश की पहचान बनाने के लिए ऑनलाइन उधम रेडियो के प्रबंधको कर्नल करमिंदर, दानिश महाजन, ज्योति मलिक, अमरजीत आनंद व बैंक प्रबंधको ने चेतना की पुरस्कार के लिए शिफारिश की थी।
दिल्ली में मिला पुरस्कार-
राष्ट्रीय पुरस्कार को भेंट करने की रस्म भारत के प्रधानमंत्री नरिंदर मोदी ने अपने हाथ से अदा करनी थी। लेकिन चेन्नई में आयी बाढ़ के कारण उन्हें दौरे पर जाना पड़ा। जिसके चलते यह पुरस्कार केद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अदा की। गौरतलब हो कि चेतना सिंगला समेत इस तरह का पुरस्कार देशभर के कुल 55 बच्चों को भी मिला है।
आईएएस बनना चाहती है चेतना-
राष्ट्रीय पुरस्कार विजयता चेतना सिंगला का कहना है कि वह देश को कुछ अर्पित करना चाहती है। जिसके लिए वह आईएएस अधिकारी या फिर आयकर विभाग की परीक्षा की तैयारी करेगी। उसने कहा उसे गर्व है कि वह भारत देश की बेटी है।
भारत सरकार द्वारा चेतना सिंगला को दिया गया राष्ट्रीय पुरस्कार
भारत सरकार द्वारा चेतना सिंगला को दिया गया राष्ट्रीय पुरस्कार