रास्ते को बंद किए जाने के साथ ही विवाद खत्म हो गया

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.इन्दोरा 17 अक्टूबर (गगन) इन्दौरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ते औद्योगिक क्षेत्र बाईं अट्टारिया में तथाकथित विवादित रास्ते को एस०डी०एम० नूरपुर राकेश कुमार प्रजापति के आदेशों के अनुसार लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों द्वारा सहायक अभियंता पी. के. डोगरा के नेतृत्व में शुक्रवार को बन्द करवा दिया गया। ज्ञात हो कि पिछले काफी समय से उक्त रास्ते को जनहित में को खुला रखने की कवायद चल रही थी और यह रास्ता खुला रखा जाए या नहीं इस विषय पर काफी समय से खींचातानी और विवाद चल रहा था तथा शुक्रवार को इस रास्ते को बंद किए जाने के साथ ही यह विवाद खत्म तो हो गया लेकिन इस रास्ते को बंद किए जाने से इंदौरा पठानकोट वाया कंदरोड़ी मार्ग के जर्जर होने की समस्या का खात्मा नहीं हुआ और न ही फिलहाल इस समस्या के समाधान के लिए कुछ किया गया है। उल्लेखनीय है कि कंदरोड़ी मार्ग की खस्ताहाली का कारण पंजाब में स्थापित इंदौरा विधानसभा क्षेत्र से सम्बंध रखने वाले नागरिकों के क्रशर उद्योगों से आने-जाने वाले ओवरलोड भारी मालवाहक मल्टीएक्सेल वाहनों को ठहराया गया था और पंजाब के क्रशर उद्योगों द्वारा पंजाब से रास्ते की उचित व्यवस्था न होने के कारण इस रास्ते को प्रयोग में लाया जाता रहा है। लेकिन प्रश्न यह उठता है कि क्या इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत अाने वाले क्रशर उद्योगों में भारी मालवाहक मल्टीएक्सेल वाहनों का आवागमन नहीं होता। ऐसे में इस रास्ते को बंद किए जाने से क्षेत्र में राजनीतिक अटकलों का बाजार गर्म हो गया है और इस कारवाई को एकतरफा और भेदभाव की कारवाई करार दिया जा रहा है। लोगों के एक वर्ग का तो यहाँ तक कहना है कि विधायक इस रास्ते को बंद करवाने के लिए तो धरने की चेतावनी दे रहे हैं और कंदरोड़ी मार्ग की दशा सुधारने के लिए कभी भी ऐसा क्यों नहीं किया गया वहीं विधायक मनोहर धीमान ने कहा है कि वे जनकल्याण एवं अधिकार सुरक्षा समिति तथा अन्य लोग जो विधायक के विरुद्ध रोष प्रकट कर रहे थे यदि विधायक ओवरलोडेड गाड़ियों और रास्ते की समस्या को लेकर धरने पर बैठें तो इनमें से कितने लोग उनके साथ धरने पर बैठेंगे। वहीं इस मुद्दे का राजनीतिकरण होने से जन प्रतिनिधि भी अपने अपने शब्दों में टिप्पणी कर रहे हैं। “ कंदरोड़ी मार्ग के जीर्णोद्धार भारी मालवाहक मल्टीएक्सेल वाहनों की क्षमता के अनुरूप शीघ्र होना चाहिए। क्योंकि यहां चाहे क्रशर उद्योग हो या अन्य उद्योग, बड़ी गाड़ियां तो लाज़मी आएंगी ही और इंडस्ट्री होगी तो रोजगार व विकास के अवसर बढ़ेंगे। जो भी हो नियमानुसार हो।” मलेंद्र राजन, पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी विधायक पद।
“ विधायक रास्तों को बंद करवाने की अपेक्षा तीन साल से अधर में लटके कंदरोड़ी मार्ग के निर्माण पर जोर दें जिस मार्ग को बनाने के नाम पर उन्होंने वोट मांगे थे।” रीता धीमान, भाजपा प्रत्याशी इंदौरा विस
“ रास्ते बंद होने से समस्या हल नहीं होगी, लोगों को सुविधा तब होगी जब कंदरोड़ी मार्ग उच्च गुणवत्ता का बनाया जाएगा और जहां तक विधायक धरने की चेतावनी दे रहे हैं तो प्रदेश सरकार के विरुद्ध किसी भी मुद्दे को लेकर धरने प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।” कमल किशोर, कांग्रेस प्रत्याशी।