लगभग 500 करोड़ रुपए की लागत की 62 किमी लंबी रेल लाइन में 8 स्टेशन बनेंगे।

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मंदसौर 21 नवम्बर (गोपाल दास बैरागी) मंदसौर-सुवासरा रेल लाइन को लेकर प्रारंभिक सर्वे सामने आ गया है। लगभग 500 करोड़ रुपए की लागत की 62 किमी लंबी रेल लाइन में 8 स्टेशन बनेंगे। रेल लाइन बनने से सीतामऊ भी रेलवे के नक्क्षे पर आ जाएगा। वह वहीं एक महत्वपूर्ण स्टेशन भी बनेगा। शनिवार को भोपाल से आए पश्चिम मध्य रेलवे के डीजीएम ने रेल लाइन का प्रारंभिक सर्वे का प्रजेंटेशन दिया। ओर वहां मौजूद शहर के प्रबुद्घजनों से सुझाव भी मांगे। रेल लाइन की डीपीआर 28 फरवरी 2016 को रेलवे बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।

शनिवार को जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, व्यवसायिक संगठनों, नागरिकों से विचार-विमर्श कर सुझाव देने के लिए शनिवार को मंदसौर-सुवासरा रेल लाइन के प्रारंभिक सर्वे को लेकर प्रजेंटेशन दिया गया। पश्चिम मध्य रेलवे भोपाल के डीजीएम जेएस मीणा व पद्मवीरसिंह राजपूत ने प्रजेंटेशन दिया। इसमें रेलवे ट्रेक की दूरी, बीच में बनने वाले स्टेशन, बड़े पुल, छोटे पुल, अंडरब्रिज व ओवरब्रिज की जानकारी दी गई। साथ ही प्रोजेक्ट की लागत भी बताई गई। इंजीनियरों ने दो रुट के बारे में जानकारी दी जिसमें से 62 किमी वाली लाइन पर ही बनना तय हुआ है।

पर्यटन, ओद्यौगिक विकास को मिलेगी गति –

सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि मंदसौर-सुवासरा नई रेल लाइन से जिले के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। उद्योग के साथ ही पर्यटन विकास होगा। और इससे उदयपुर से उज्जैन तक प्रस्तावित टूरिस्ट सर्किल के निर्माण में भी सहायता मिलेगी। मंदसौर में कपड़ा उद्योग के विकास के लिए सभी को मिल-जुल कर कार्य करना होगा। मंदसौर जिले से प्रतिदिन एक लाख लीटर दूध दिल्ली जा रहा है। बहुत जल्द मंदसौर जिला दुग्धोत्पादन के मामले में देश के एक बहुत बड़े केंद्र के रुप में जाना जाएगा।

मंदसौर में रेक पाइंट की जरूरत

विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने इस मौके पर कहा कि नई रेल लाइन से सुवासरा, मंदसौर, मल्हारग़ढ़ विस क्षेत्र को सीधा लाभ मिलेगा। जहां जरूरी हो वहां ओवरब्रिज व अंडरब्रिज सहजता से बने। ताकि यातायात प्रभावित नहीं हो। जिले के विकास के लिए यह रेल लाइन बहुत जरूरी है। मंदसौर में रेक पाइंट स्थापित करना भी बहुत जरूरी है।

जमीन अधिग्रहण में करेंगे सहयोग –

कलेक्टर स्वतंत्रकुमार सिंह ने कहा कि नई लाइन से जिले में औद्योगिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियों के विकास और विस्तार की नई धारा मिलेगी। सर्वे पूरा होते ही रेलवे द्वारा की जाने वाली जमीन अधिग्रहण में पूरा सहयोग करेंगे। चंबल नदी का पानी मंदसौर जिले में पहुंचने से लोगों को हर मौसम में पानी की कमी से नहीं जूझना पड़ेगा। मंदसौर जिला स्वास्थ्य मानकों में देश के प्रथम पांच जिलों में शुमार है।

सुझाव व प्रस्ताव डीपीआर में शामिल करेंगे

पश्चिम मध्य रेलवे के डीजीएम जेएस मीणा ने बताया कि मंदसौर-सुवासरा नई रेल लाइन के लिए प्राप्त सभी सुझावों को संकलित कर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा। नई रेल लाइन हेतु सर्वे 28 फरवरी 2016 तक पूरा करने का लक्ष्य है। जिन किसानों की जमीन अधिग्रहित होगी, उन्हें गाइड लाइन से दुगना मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही जिस किसान की ज्यादा जमीन रेलवे लाइन में आएगी तो उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी भी दी जाएगी।

फैक्ट फाइल –

प्रोजेक्ट- सुवासरा-मंदसौर रेल लाइन

दूरी- 62 किमी

स्टेशन- 8(सुवासरा, रघुनाथपुरा, खेजड़िया, तितरोद, सीतामऊ, नेतावली, डिगांव, मंदसौर)

बड़े पुल- 2(चंबल, सोमली)

छोटे पुल- 30

लागत- 412 करोड़ (डीजल लाइन), 483 करोड़ (इलेक्ट्रिक लाइन)

निजी भूमि- 325 हेक्टेयर

सरकारी भूमि- 30 हेक्टेयर