ग्वालियर २८ सितम्बर [सी एन आई ] डबरा एसडीएम हर विभाग की मॉनीटरिंग कर रहे है जहां उन्होंने रेत के कारोबार को नेस्तनाबूद कर दिया, वहीं विद्युत विभाग के राजस्व बढाने को लेकर ट्रान्सफार्मरों से चोरी से बिजली जला रहे लोगों पर कार्यवाही के निर्देश डीजीएम को दिए, जिसके कारण शहर के अंदर कई विभागों के कर्मचारी अधिकारियों मेें एसडीएम की कार्यवाही को लेकर खलबली मची हुई है । अचानक आवकारी विभाग के अधिकारियों की टीम लेकर बस स्टेण्ड़ शराब की दुकान पर निरीक्षण करने पहुंचे, चूंकि एसडीएम ने रात को आवकारी अधिकारी के साथ शराब की दुकानों को चैक किया था उसी चैकिंग के दौरान कुछ दुकानों पर शराब बेचने की शिकायते, उन्हें मिली, इन्हीं शिकायतों के चलते एसडीएम ने शराब की दुकान पर पहुंचकर शराब बेचने से संबंधित दस्तावेजों की मांग कर डाली और कर्मचारियों को यह हिदायत भी दे गये कि समयानुसार दुकान बंद की जाए, अगर शराब बेचते पाए गये, तो सीधे कार्यवाही का सामना संबंधित ठेकेदार को करना होगा। यह शब्द सुन कई कर्मचारी बगले झांकते दिखे और वहीं एसडीएम ने आवकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर भी नाराजगी व्यक्त की, कि मॉनीटरिंग में कोई कमी न दिखे ।
दरअसल एसडीएम डॉ. पंकज जैन नायब तहसीलदार एस.एल. राजपूत, एडीओ डी.के. श्रीवास्तव तथा आवकारी उपनिरीक्षक नीरज त्रिवेदी और आवकारी बल के साथ बस स्टेण्ड़ स्थित देशी शराब की दुकान सीएस -2 पर पहुंचे और शराब बेचने, स्टॉक पंजी, विक्र य पंजी, नौकरनामा के दस्तावेज मांगे गये , चूंकि जिस बक्त एसडीएम दुकान पर छापा देने पहुंचे, उस बक्त शराब की दुकान पर सिर्फ कर्मचारी ही मिले, ठेकेदार न होने की स्थिति में कर्मचारियों को रात में शराब न बेचने की हिदायत दी गई, और एडीओ डीके श्रीवास्तव व उपनिरीक्षक नीरज त्रिवेदी को यह आदेश देकर गये कि संबंधित दस्तावेजों की जांच करने के उपरांत पूरी कार्यवाही से मुझे अबगत कराए ।
वहीं एसडीएम डॉ. पंकज जैन के आदेश पर आवकारी उपनिरीक्षक नीरज त्रिवेदी ने मौके का पंचनामा तैयार किया जिसमें स्टॉक पंजी न मिलना, विक्र य पंजी न मिलना, नौकरनामा न मिलना, जिसको लेकर आवकारी उपनिरीक्षक ने प्रकरण बनाया वहीं श्री त्रिवेदी ने मीडिय़ा को बताया कि स्टॉक शराब का सही था किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं थी सिर्फ एसडीएम के द्वारा रात्रि में एडीओ के साथ मिलकर शराब की दुकानों का निरीक्षण किया था जिसमे उन्हें देशी शराब की दुकान से शटर के छेद से शराब बिक्री पाई गई थी जिसके चलते शराब ठेकेदार को हिदायत देने के लिए यह कार्यवाही की गई थी ।
वहीं ठेकेदार कमल शर्मा का कहना था कि शराब की दुकान आवकारी लायसेेंस की नीति के हिसाब से संचालित की जा रही है। शासन द्वारा दिये गये निर्देशोंं का पालन किया जा रहा है । श्री शर्मा ने यह भी बताया कि शासन के नियमों के अनुसार निश्चित समय पर शराब की दुकाने बंद की जाती है चूंकि दुकानों की सुरक्षा को देखते हुए दो कर्मचारी अपने कार्यालय मेें सुरक्षा दृष्टि से छोड़कर जाते है जिससे किसी भी प्रकार की रात्रि में किसी अन्होनी घटना का सामना न करना पड़े । हमारी दुकान से हमारे कर्मचारी अद्र्ध रात्रि में शराब नहीं बेचते ।
इनका कहना…..
एसडीएम महोदय शराब की दुकानों के निरीक्षण के लिए रात्रि में निकले थे, समय निश्चित के बाद भी शराब की दुकानों से शराब बेची जा रही थी । इसी शिकायत के चलते दुकान पर निरीक्षण करने पहुंचे और दस्तावेज चैक करने के लिए आवकारी निरीक्षक को एसडीएम महोदय ने आदेश दिए ।
एस.एल. राजपूत नायब तहसीलदार
एसडीएम महोदय को निश्चित समय बाद भी शराब बेचने की शिकायते मिल रही थी रात्रि निरीक्षण में बस स्टेण्ड़ स्थित देशी शराब की दुकान पर दुकानदार शटर के अंदर से शराब बेच रहा था, चूंकि रात को किसी भी कर्मचारी ने शटर नहीं खोली इसलए सुबह पहुंचकर दुकान से संंबंधित दस्तावेज निरीक्षण के लिए मुझे आदेश दिए, वहीं कर्मचारियों को यह हिदायत दी कि निश्चित समय उपरांत दुकानों से शराब न बेचे ।
नीरज त्रिवेदी, उप निरीक्षक आवकारी
ग्वालियर २८ सितम्बर [सी एन आई ] डबरा एसडीएम हर विभाग की मॉनीटरिंग कर रहे है जहां उन्होंने रेत के कारोबार को नेस्तनाबूद कर दिया, वहीं विद्युत विभाग के राजस्व बढाने को लेकर ट्रान्सफार्मरों से चोरी से बिजली जला रहे लोगों पर कार्यवाही के निर्देश डीजीएम को दिए, जिसके कारण शहर के अंदर कई विभागों के कर्मचारी अधिकारियों मेें एसडीएम की कार्यवाही को लेकर खलबली मची हुई है । अचानक आवकारी विभाग के अधिकारियों की टीम लेकर बस स्टेण्ड़ शराब की दुकान पर निरीक्षण करने पहुंचे, चूंकि एसडीएम ने रात को आवकारी अधिकारी के साथ शराब की दुकानों को चैक किया था उसी चैकिंग के दौरान कुछ दुकानों पर शराब बेचने की शिकायते, उन्हें मिली, इन्हीं शिकायतों के चलते एसडीएम ने शराब की दुकान पर पहुंचकर शराब बेचने से संबंधित दस्तावेजों की मांग कर डाली और कर्मचारियों को यह हिदायत भी दे गये कि समयानुसार दुकान बंद की जाए, अगर शराब बेचते पाए गये, तो सीधे कार्यवाही का सामना संबंधित ठेकेदार को करना होगा। यह शब्द सुन कई कर्मचारी बगले झांकते दिखे और वहीं एसडीएम ने आवकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर भी नाराजगी व्यक्त की, कि मॉनीटरिंग में कोई कमी न दिखे ।
दरअसल एसडीएम डॉ. पंकज जैन नायब तहसीलदार एस.एल. राजपूत, एडीओ डी.के. श्रीवास्तव तथा आवकारी उपनिरीक्षक नीरज त्रिवेदी और आवकारी बल के साथ बस स्टेण्ड़ स्थित देशी शराब की दुकान सीएस -2 पर पहुंचे और शराब बेचने, स्टॉक पंजी, विक्र य पंजी, नौकरनामा के दस्तावेज मांगे गये , चूंकि जिस बक्त एसडीएम दुकान पर छापा देने पहुंचे, उस बक्त शराब की दुकान पर सिर्फ कर्मचारी ही मिले, ठेकेदार न होने की स्थिति में कर्मचारियों को रात में शराब न बेचने की हिदायत दी गई, और एडीओ डीके श्रीवास्तव व उपनिरीक्षक नीरज त्रिवेदी को यह आदेश देकर गये कि संबंधित दस्तावेजों की जांच करने के उपरांत पूरी कार्यवाही से मुझे अबगत कराए ।
वहीं एसडीएम डॉ. पंकज जैन के आदेश पर आवकारी उपनिरीक्षक नीरज त्रिवेदी ने मौके का पंचनामा तैयार किया जिसमें स्टॉक पंजी न मिलना, विक्र य पंजी न मिलना, नौकरनामा न मिलना, जिसको लेकर आवकारी उपनिरीक्षक ने प्रकरण बनाया वहीं श्री त्रिवेदी ने मीडिय़ा को बताया कि स्टॉक शराब का सही था किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं थी सिर्फ एसडीएम के द्वारा रात्रि में एडीओ के साथ मिलकर शराब की दुकानों का निरीक्षण किया था जिसमे उन्हें देशी शराब की दुकान से शटर के छेद से शराब बिक्री पाई गई थी जिसके चलते शराब ठेकेदार को हिदायत देने के लिए यह कार्यवाही की गई थी ।
वहीं ठेकेदार कमल शर्मा का कहना था कि शराब की दुकान आवकारी लायसेेंस की नीति के हिसाब से संचालित की जा रही है। शासन द्वारा दिये गये निर्देशोंं का पालन किया जा रहा है । श्री शर्मा ने यह भी बताया कि शासन के नियमों के अनुसार निश्चित समय पर शराब की दुकाने बंद की जाती है चूंकि दुकानों की सुरक्षा को देखते हुए दो कर्मचारी अपने कार्यालय मेें सुरक्षा दृष्टि से छोड़कर जाते है जिससे किसी भी प्रकार की रात्रि में किसी अन्होनी घटना का सामना न करना पड़े । हमारी दुकान से हमारे कर्मचारी अद्र्ध रात्रि में शराब नहीं बेचते ।
इनका कहना…..
एसडीएम महोदय शराब की दुकानों के निरीक्षण के लिए रात्रि में निकले थे, समय निश्चित के बाद भी शराब की दुकानों से शराब बेची जा रही थी । इसी शिकायत के चलते दुकान पर निरीक्षण करने पहुंचे और दस्तावेज चैक करने के लिए आवकारी निरीक्षक को एसडीएम महोदय ने आदेश दिए ।
एस.एल. राजपूत नायब तहसीलदार
एसडीएम महोदय को निश्चित समय बाद भी शराब बेचने की शिकायते मिल रही थी रात्रि निरीक्षण में बस स्टेण्ड़ स्थित देशी शराब की दुकान पर दुकानदार शटर के अंदर से शराब बेच रहा था, चूंकि रात को किसी भी कर्मचारी ने शटर नहीं खोली इसलए सुबह पहुंचकर दुकान से संंबंधित दस्तावेज निरीक्षण के लिए मुझे आदेश दिए, वहीं कर्मचारियों को यह हिदायत दी कि निश्चित समय उपरांत दुकानों से शराब न बेचे ।
नीरज त्रिवेदी, उप निरीक्षक आवकारी