ग्वालियर। 24 सितम्बर (सीएनआई) जीवाजी विष्व विद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर तमाम छात्रों ने प्रषासनिक भवन के बाहर नारेबाजी कर ज्ञापन सौंपा। छात्र नेता रामप्रीत गुर्जर, शैलेन्द्र गुर्जर के नेतृत्व में ज्ञापन में समस्याओं का उल्लेख करते हुये शीघ्र निराकरण की मांग की। छात्रों ने बताया कि कैमीकल एक ही दुकान से धांधलेबाजी कर कागजों में खरीदा जा रहा है कोई रिकॉर्ड नहीं मेंनटेन हो रहा। साथ ही कुलपति व 17 प्रोफेसरों की नियुक्ति आदि पर आपत्ति उठाई। ज्ञापन में कार्य परिषद सदस्यांे के होटल में ठहरने पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि हम लोगों की मेहनत की कमाई है, इस ईसी मेम्बरों को ऐषोआराम नहीं करने देंगे, वे होटल में नहीं बल्कि रेस्ट हाउस में ठहरें।
बदले मुद्दे हुए मैनेज – सूत्रों की मानें छात्र नेता ने 17 प्रोफेसरों की नियुक्ति सहित अन्य मुद्दों पर आंदोलन करने की बात छात्रों से की थी, लेकिन रात की गुप्त मंत्रणा में आन्दोलन के मुद्दे बदलकर कुलपति की तरफ घुमा दिया गया। इसको लेकर अन्य छात्रों में नाराजगी है, बताया गया कि एक अधिकारी और कुछ प्रोफेसरों के इषारे पर आन्दोलन की रूपरेखा तैयार की गई, इसे पता करने के लिये अधिकारियों ने गुप्तचर लगा दिये हैं, इस समय जीवाजी विवि में जोरदार गुटबंदी चल रही है।
ग्वालियर। 24 सितम्बर (सीएनआई) जीवाजी विष्व विद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर तमाम छात्रों ने प्रषासनिक भवन के बाहर नारेबाजी कर ज्ञापन सौंपा। छात्र नेता रामप्रीत गुर्जर, शैलेन्द्र गुर्जर के नेतृत्व में ज्ञापन में समस्याओं का उल्लेख करते हुये शीघ्र निराकरण की मांग की। छात्रों ने बताया कि कैमीकल एक ही दुकान से धांधलेबाजी कर कागजों में खरीदा जा रहा है कोई रिकॉर्ड नहीं मेंनटेन हो रहा। साथ ही कुलपति व 17 प्रोफेसरों की नियुक्ति आदि पर आपत्ति उठाई। ज्ञापन में कार्य परिषद सदस्यांे के होटल में ठहरने पर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि हम लोगों की मेहनत की कमाई है, इस ईसी मेम्बरों को ऐषोआराम नहीं करने देंगे, वे होटल में नहीं बल्कि रेस्ट हाउस में ठहरें।
बदले मुद्दे हुए मैनेज – सूत्रों की मानें छात्र नेता ने 17 प्रोफेसरों की नियुक्ति सहित अन्य मुद्दों पर आंदोलन करने की बात छात्रों से की थी, लेकिन रात की गुप्त मंत्रणा में आन्दोलन के मुद्दे बदलकर कुलपति की तरफ घुमा दिया गया। इसको लेकर अन्य छात्रों में नाराजगी है, बताया गया कि एक अधिकारी और कुछ प्रोफेसरों के इषारे पर आन्दोलन की रूपरेखा तैयार की गई, इसे पता करने के लिये अधिकारियों ने गुप्तचर लगा दिये हैं, इस समय जीवाजी विवि में जोरदार गुटबंदी चल रही है।