हरियाणा के युवाओं में प्रतिभा की कमी नही है, उन्हें सही अवसर उपलब्ध करवाना मारी प्राथमिकता—मुख्यमंत्री अंत्योदय के माध्यम से समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का विकास करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है

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कैथल, 24 अक्तूबर  (राजकुमार अग्रवाल ) हरियाणा के मुख्यमंत्री  मनोहर लाल ने आज महर्षि वाल्मीकि जयंती को समरसता दिवस के रूप में आयोजित समारोह में अनुसूचित जाति के वर्गों के लिए अनेक घोषणाएं की,

जिनमें महर्षि वाल्मीकि जयंती, संत कबीर तथा रविदास जयंती को हर वर्ष सरकारी तौर से मनाना, कैथल जिला के गांव मुंदड़ी में महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय खोलने, हर जिला में राजकीय आवासीय वरिष्ठ
माध्यमिक विद्यालय खोलने, अनुसूचित जाति के छात्राओं को लैपटॉप देने, सीवरेज में काम करने वाले सीवरमैन की काम के समय मृत्यु हो जाने पर 10 लाख रुपए की सहायता उपलब्ध करवाने तथा डा. अंबेडकर मेधावी
छात्रवृति योजना की पात्रता में अंकों में 10 प्रतिशत को कम करने तथा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत प्रीमियम राशि सरकार की ओर से वहन करना शामिल हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि, संत कबीर
व संत रविदास के नाम से खेल, शिक्षा व साहित्य के क्षेत्र में अवार्ड देने की घोषणा की।  मुख्यमंत्री   आज कैथल में महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर तथा हरियाणा सरकार के उपलब्धियों के एक वर्ष पूर्ण होने उपलक्ष में
आयोजित समारोह में ुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज एक कमेरा समाज है तथा इस समाज के लोग अपने खून-पसीने की कमाई से अपना जीवन यापन करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री
नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत तथा हरियाणा सरकार के स्वच्छ हरियाणा-स्वच्छ भारत को सफल बनाने में इस समाज के लोगों की अहम भूमिका रहेगी। केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान के लिए 1.20 लाख करोड़ रुपए का
बजट का प्रावधान किया गया है और हरियाणा में भी बड़े स्तर पर इसका लाभ मिलेगा। भारी संख्या में वाल्मीकि समाज के लोगों की उपस्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि दिवस का यह राज्य स्तरीय
कार्यक्रम न केवल हरियाणा का सबसे बड़ा कार्यक्रम है, बल्कि अगर देश के महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में इसको सबसे बड़ा कार्यक्रम कहे तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। समारोह में पंजाब
के राजकवि व गायक पदम श्री हंस राज हंस ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन से जुड़ी पहलुओं पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।  मंत्री ने विपक्षी पार्टियों को चुनौति देते हुए कहा कि पिछले एक वर्ष में हरियाणा में 52
नई परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जो हरियाणा गठन के 48 वर्षों में किसी भी सरकार के पहले एक वर्ष के कार्यकाल में नही की गई। उन्होंने कहा कि अंत्योदय के माध्यम से समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का विकास
करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है और वाल्मीकि समाज इस कड़ी में सबसे पहले आता है। इस समाज के लोगों के हितों की पूरी सुरक्षा रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज के सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक
दृष्टि से पिछड़ेपन का कारण पिछली सरकारों की नीतियां रही हैं, अब इस समाज के लोगों को हर प्रकार के अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि वे समृद्ध हो सके। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति के
बैकलॉग को खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब तक पिछली सरकारें जाति पात व क्षेत्रवाद का जहर गोलकर प्रदेश में अजीब स्थिति पैदा कर गई। उन्होंने कहा कि भौगोलिक इलाके नेताओं की बपौती नही है। हम
हरियाणा एक-हरियाणवी एक मानकर प्रदेश के अढ़ाई करोड़ लोगों का समान विकास करवाने की ओर बढ़ रहे हैं।   मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा के युवाओं में प्रतिभा की कमी नही है, उन्हें सही अवसर उपलब्ध
करवाना   मारी प्राथमिकता होगी, ताकि वे योग्यता के बल पर आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार ने अपनी नई उद्यम प्रोत्साहन नीति 2015 घोषित की है, जिसके तहत एक लाख करोड़ रुपए के निवेश तथा 4 लाख
युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कौशल विकास मिशन को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा में भी हरियाणा कौशल विकास मिशन का
गठन किया गया है, जिसके तहत कम पढ़े लिखे युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार योग्य बनाने के पाठयक्रम चलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास के मूल मंत्र के साथ वर्तमान सरकार कार्य कर रही
है और आज इस कड़ी में उन्होंने कैथल, कलायत तथा गुहला विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए 5-5 करोड़ रुपए देने तथा गुहला में आठ किलोमीटर लंबी सड़क का सुदृढ़ीकरण करने की घोषणा भी की। इसके अलावा
मुख्यमंत्री ने करनाल में निर्माणाधीन वाल्मीकि भवन तथा पंचकूला में वाल्मीकि सदन के लिए अपने स्वैच्छिक कोटे से 20-20 लाख रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर अंबाला से सांसद रतन लाल कटारिया, कुरूक्षेत्र से
सांसद राजकुमार सैनी तथा सामाजिक न्याया एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्ण बेदी ने भी 11-11 लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके अलावा मुख्य संसदीय सचिव  बख्शीश सिंह विर्क ने भी 5 लाख रुपए देने की घोषणा
की।समारोह स्थल पर ही मुख्यमंत्री ने कैथल जिला के लिए 25 करोड़ रुपए की लागत से छ: नई परियोजनाओं का शुभारंभ व शिलान्यास किया। इनमें पांच करोड़ 15 लाख रुपए से अधिक की लागत से नवनिर्मित उपभोक्ता
फोरम के भवन तथा साढ़े 3 करोड़ रुपए की लागत से स्थानीय सैक्टर 21 में नवनिर्मित सिविल लाईन पुलिस थाने के भवन का उद्घाटन तथा डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से ई-दिशा केंद्र के भवन, 50 लाख रुपए की लागत से
नगर परिषद भैणी माजरा में गऊशाला, 2 करोड़ 31 लाख रुपए की लागत से खुराना रोड के विस्तारीकरण तथा 9 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत से कैथल-ढांड रोड को अपग्रेड करने की परियोजना शामिल हैं। इससे पूर्व
मुख्यमंत्री ने विधायक आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिए गए गांव क्योड़क में भी आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने क्योड़क गांव में लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय हिसार का क्षेत्रीय
अध्ययन केंद्र खोलने की घोषणा भी की। इसके अलावा जिला के कोटि कुट तीर्थ स्थल के लिए पांच करोड़ रुपए की घोषणा की। इस समारोह के आयोजक एवं हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री श्री
कृष्ण बेदी ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जयंती को समरसता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया है, जिससे समाज के लोगों में आपसी प्रेम और भाईचारे की भावना के साथ-साथ उत्सव जैसा माहौल है। उन्होंने कहा
कि यह रैली नही त्यौहार है, जिसमें सबका ाथ-सबका विकास की भावना के साथ अंत्योदय की भावना के साथ इक्ट्ठा हुए हैं, जिसका मतलब समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी सरकार की हर योजना का लाभ
पहुंचाने के साथ-साथ आपसी एकता को मजबूत करना है। उन्होंने इस समारोह में आए मुख्यमंत्री, सांसदों, विधायकों व पार्टी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज प्रदेश में पहली बार पिछड़े वर्ग के लोगों का
आर्थिक व सामाजिक स्तर सुधारने वाली सरकार केंद्र व प्रदेश में बनी है। पहली बार देश में प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश में  मनोहर लाल जैसे मुख्यमंत्री ईमानदारी से देश व प्रदेश के लोगों की भलाई में जी जान से जुटे हैं।
मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर पूष्पांजलि अर्पित कर समारोह की शुरूआत की। इस मौके पर राज्य मंत्री  कृष्ण कुमार बेदी ने मुख्यमंत्री  मनोहर लाल को सम्मान स्वरूप शाल व महर्षि वाल्मीकि का चित्र भेंट किया।
समारोह के आयोजक राज्य मंत्री श्री कृष्ण कुमार बेदी भी भीड़ से गदगद हुए और उन्होंंने मंच से उतरकर भीड़ में जाकर लोगों का अभिनंदन स्वीकार किया और लोगों ने उनके इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की। समरसता
समारोह को सांसद रतन लाल कटारिया, राजकुमार सैनी, भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला, मुख्य संसदीय सचिव बख्शीश सिंह विर्क, समारोह के संयोजक विधायक बिश्म्बर वाल्मीकि व श्रीमती संतोष चौहान सारवन, विधायक
कुलवंत बाजीगर, पूर्व विधायक फूल सिंह खेड़ी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रभू रतनाकर, पूर्व विधायक राजकुमार वाल्मीकि, बंता राम वाल्मीकि, बनारसी दास, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य,
ओएसडी अमरेंद्र सिंह, जिला उपायुक्त के.मकरंद पांडुरंग, पुलिस अधीक्षक कृष्ण मुरारी, अतिरिक्त उपायुक्त जितेंद्र कुमार, एसडीएम आरके सिंह, नगराधीश नवीन आहुजा, जिला भाजपा अध्यक्ष राजपाल तंवर, राव सुरेंद्र,
धर्मपाल शर्मा, रामपाल पाली, अनिल सौदा, रविंद्र सांगवान, एमएल सारवान, शिव राम वाल्मीकि तथा सभा के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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