अशोकनगर। शहर में बढ़ते पेयजल संकट को लेकर जहां एक तरफ लोगों का गुस्सा
दिखाई दे रहा है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी जल संकट समस्या को लेकर
आन्दोलन की राह पर चल पड़ी है। शनिवार को शहर में नगरपालिका के खिलाफ
धरना प्रदर्शन चलते रहे। जहां एक तरफ कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन कर नपा
कार्यालय में मटके फोड़ेे तो शहर के युवाओं द्वारा गठित हल्ला बोल संघर्ष
समिति द्वारा नपा का विकास रथ शहर में घूमता रहा। जिला कांग्रेस द्वारा
नगरपालिका कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। करीब दो
घण्टे तक चले इस धरने में कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने भाजपा
शासित नगरपालिका को पांच माह में ही विफल बताया। पूर्व नपाध्यक्ष जजपाल
सिंह जज्जी ने कहा कि आज से 5 वर्ष पूर्व शहर में भीषण जल संकट हुआ था।
उस समय अमाही तालाब खाली मैदान के तरह दिखने लगा था। आज तालाब में 14 फिट
पानी है और शहर मेंं टैंकरों से जल सप्लाई हो रही है। फिर भी लोगों के
पास पानी नही पहुंच पा रहा है। शहर की जनता नगरपालिका से पानी और सफाई की
उम्मीद रखती है। यदि लोगों की दोनों जरूरतें नपा के जनप्रतिनिधि पूरी नही
कर सकते तो जनता के साथ ये विश्वासघात है। नपा नेता प्रतिपक्ष श्रीमति
अनिता जैन ने शहर की पेयजल समस्या के लिए नपाध्यक्ष श्रीमति सुशीला साहु
को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंंंने कहा कि नपाध्यक्ष अपने चहेते लोगों के
यहां पानी भेज रही है। नलों में पानी सप्लाई के लिए अध्यक्ष विद्युत
कटौति को बहाना बना रहीं है। जबकि तालाब पर जरनेटरों की व्यवस्था
पर्याप्त है। धरना प्रदर्शन के पश्चात सभी कांग्रेसियों ने खाली मटकों के
साथ नपा कार्यालय में नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर मटके फोड़े और सीएमओ
पीके सिंह के कार्यालय में पहुंचकर नेता प्रतिपक्ष श्रीमति जैन ने उन्हें
चूडियां भेंट की। इस दौरान कांग्रेसजनों ने विधायक प्रतिनिधि एवं
नपाध्यक्ष के पति पहलवान साहु के बैठकों में हस्तक्षेप करने पर रोक
लगाने, शहर में पेयजल सप्लाई सुधारने एवं जल सप्लाई के लिए चलाए जा रहे
टैकरों को पार्षदों के दरवाजे पर खड़ा न करने की मांग की गई। सीएमओ ने
तीन दिन में पेयजल समस्या सुधारने का आश्वासन दिया।
अशोकनगर। शहर में बढ़ते पेयजल संकट को लेकर जहां एक तरफ लोगों का गुस्सा
दिखाई दे रहा है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी जल संकट समस्या को लेकर
आन्दोलन की राह पर चल पड़ी है। शनिवार को शहर में नगरपालिका के खिलाफ
धरना प्रदर्शन चलते रहे। जहां एक तरफ कांग्रेस ने धरना प्रदर्शन कर नपा
कार्यालय में मटके फोड़ेे तो शहर के युवाओं द्वारा गठित हल्ला बोल संघर्ष
समिति द्वारा नपा का विकास रथ शहर में घूमता रहा। जिला कांग्रेस द्वारा
नगरपालिका कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। करीब दो
घण्टे तक चले इस धरने में कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने भाजपा
शासित नगरपालिका को पांच माह में ही विफल बताया। पूर्व नपाध्यक्ष जजपाल
सिंह जज्जी ने कहा कि आज से 5 वर्ष पूर्व शहर में भीषण जल संकट हुआ था।
उस समय अमाही तालाब खाली मैदान के तरह दिखने लगा था। आज तालाब में 14 फिट
पानी है और शहर मेंं टैंकरों से जल सप्लाई हो रही है। फिर भी लोगों के
पास पानी नही पहुंच पा रहा है। शहर की जनता नगरपालिका से पानी और सफाई की
उम्मीद रखती है। यदि लोगों की दोनों जरूरतें नपा के जनप्रतिनिधि पूरी नही
कर सकते तो जनता के साथ ये विश्वासघात है। नपा नेता प्रतिपक्ष श्रीमति
अनिता जैन ने शहर की पेयजल समस्या के लिए नपाध्यक्ष श्रीमति सुशीला साहु
को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंंंने कहा कि नपाध्यक्ष अपने चहेते लोगों के
यहां पानी भेज रही है। नलों में पानी सप्लाई के लिए अध्यक्ष विद्युत
कटौति को बहाना बना रहीं है। जबकि तालाब पर जरनेटरों की व्यवस्था
पर्याप्त है। धरना प्रदर्शन के पश्चात सभी कांग्रेसियों ने खाली मटकों के
साथ नपा कार्यालय में नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर मटके फोड़े और सीएमओ
पीके सिंह के कार्यालय में पहुंचकर नेता प्रतिपक्ष श्रीमति जैन ने उन्हें
चूडियां भेंट की। इस दौरान कांग्रेसजनों ने विधायक प्रतिनिधि एवं
नपाध्यक्ष के पति पहलवान साहु के बैठकों में हस्तक्षेप करने पर रोक
लगाने, शहर में पेयजल सप्लाई सुधारने एवं जल सप्लाई के लिए चलाए जा रहे
टैकरों को पार्षदों के दरवाजे पर खड़ा न करने की मांग की गई। सीएमओ ने
तीन दिन में पेयजल समस्या सुधारने का आश्वासन दिया।