पानी पिलानें के नाम पर नपा का भ्रष्टाचार नपा अध्यक्ष नही दे रही ध्यान

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अशोकनगर ।प्यासे को पानी पिलाना सबसे बड़ा धर्म माना जाता है लोग गर्मी के मौसम में शहर में अनेकों स्थानों पर प्याऊ लगाकर प्यासे लागों को पानी पिलाने का पुण्य प्राप्त कर रहे हैं तो वहीं सरकारी स्तर पर पानी पिलाने का यह काम ठेकेदार के लिए कमाई का साधन बन गया है और इस काम में शहर भर में लाखों रुपए का पानी का खेल खेला जा रहा है । नगरपालिका द्धारा गर्मी के मौसम में शहर भर में पानी की व्यवस्था के लिए टैंकरों से गली ,मोहल्लों में जल सप्लाई कराई जा रही है वह पानी जनता तक नहीं पहुॅच पा रहा इसी तरह शहर में चल रही चलित एवं स्थाई प्याऊ में भी भ्रष्टाचार दिख रहा है लाखों रुपए की यह प्याऊ नाम मात्र की दिखाई दे रही हैं प्याऊओ के माध्यम से नपा के जनप्रतिनिधियों का चेहरा दिखाया जा रहा है प्याऊ पर पानी पीने के लिए आने वाले लोगों को भले ही पानी न मिले लेकिन जनप्रतिनिधि की शक्ल उन्हें दिखाई दे शहर में चल रहीं सभी प्याऊ भ्रष्टाचार को खुले आम दिखा रहीे हैं। नपा ठेकेदार और जनप्रतिनिधि की मिली भगत से किस तरह प्याऊ पर पानी का खेल चल रहा है उसे देखकर शहर की समाजसेवी संस्थाओ के लोग भी हैरान हैं कि वह गर्मी के मौसम में रेलवे स्टेशन सहित अन्य चैराहों पर निशुल्क पानी पिला रहें हैं ।और नगरपालिका लोगों को पानी पिलानें के नाम पर शहर में भ्रष्टाचार कर रही है । नपा की प्याऊ पर भ्रष्टाचार इस तरह हो रहा है कि चलित एवं स्थाई प्याऊ सुबह आठ बजें से रात्रि आठ बजें तक खुलना है । लेकिन इन प्याऊओं का कोई समय प्याऊ पर नही लिखा गया है । दोनो प्याऊ कर्मचारी अपनी मर्जी से खोलतें है । शहर में इन प्याऊ को सुबह ग्यारह बजें के बाद चालू किया जाता है और शाम को पाॅच बजें सें पहलें बंद कर दिया जाता है । जिससें लोग पानी के लिए भटकतें हैं। अब यदि बात नपा द्वारा चलाई जा रही स्थाई प्याऊ की जाए तो शहर के मुख्य चैराहों एवं स्थानों पर करीब एक दर्जन प्याऊ लगाई गई हैं ।इन प्याऊओं की हालत देखें तो यहाॅ कोई व्यक्ति पानी पीना भी उचित नही समझेगा।इन प्याऊ पर भी खुले आम नियम की धज्जीया उड रही है। सुबह आठ बजें के स्थान पर दोपहर 11-12 बजें प्याऊ खुलती हैं । और रात्रि 8 बजें से पहलें शाम को 5 बजें बंद हो जाती दोपहर के समय 2-3 दिन में प्याऊ नपा की फायर बिग्रेड भरनें आती है।इन प्याऊ पर नियम अनुसार 15 से 20 मटके ठंडे पानी के लिए रखना है परंतु कही कोई मटकेे नही रखें गए । मात्र प्लास्टिक की टंकी में हि पानी भरा जाता है ।एक दिन भरा हुआ पानी 2 से 3 दिन तक लोगों को पिलाया जाता है । इस पानी को यदि प्याऊ के अंदर जाकर देखा गया तो उसमें कीडे-मकोडें के साथ- साथ कीचड भी पाई गई प्याऊ के आस – पास दुकान लगानें वालें लोगों का कहना है कि पानी में गंदगी इतनी है कि इसकी हालत देखकर हम लोग खुद ही यहाॅ पानी नही पीतें ।और पीनें के लिए पानी हेण्डपंप से लातें है। प्याऊ के आस- पास कभी भी साफ – सफाई नही की जाती और नाही पानी की टंकी को ढॅका जाता है। नपा अध्यक्ष श्रीमति सुशीला साहू द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है ।