रेल चोरी करने वाला अंतरराज्यीय बदमाष अष्विनी श्रीवास्तव पकड़ा।

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ग्वालियर। १५नवम्बर [सीएनआई] रेलों में लूट और चोरी करने वाले अंतरराज्यीय बदमाष अष्विनी श्रीवास्तव और सोनू पाल के पकड़े जाने के बाद जीआरपी के अधिकारी उससे चोरी का माल खरीदने वालों की जानकारी ले रहे हैं, जीआरपी उससे 35 खाली सूटकेस खाली बरामद कर चुकी है, जो चोरी के बताये जाते हैं। पौष एरिया बिंडसरहिल कॉलौनी में एक फ्लैट तथा पास में ही दूसरे फ्लैट का पूछताछ में पता लगा है। चोरी किये लैपटॉप और अन्य सामान अष्विनी बेच चुका है। जीआरपी पुलिस अधीक्षक श्री गोस्वामी द्वारा भोपाल से ग्वालियर आकर मामले की जानकारी ली जा रही है। बीना के जीआरपी डीएसपी जैदी खांन भी पूछताछ के लिये और मामले की जानकारी के लिये ग्वालियर में हैं, जबकि ग्वालियर के डीएसपी वैस छुट्टी पर हैं। पूर्व में भोपाल के व्यापारी के करीब 39 हजार के चैक भी उक्त चोरी सांठगांठ कर बैंकों से भुना चुका है। उसका भी प्रकरण दर्ज है, फरियादी ने उक्त प्रकरण में भी रकम दिलाने और कार्यवाही की मांग की है।पूर्व में आहूजा नामक साइबर एक्सपर्ट जो जी .आर. पी.के लिए प्राइवेट तोर पर काम करता था वह उक्त चोर को बचाने के प्रयास इस संवाददाता के सामने कर रहा था।
ऐसे पकड़ा अष्विनी श्रीवास्तव – बताया जाता है कि सफारी कार से आधी रात को आधा दर्जन बदमाषों के साथ अष्विनी श्रीवास्तव, सोनू पाल ग्वालियर स्टेषन पर पहुंचे, रात करीब 2 बजे दिल्ली की ओर से आने वाली कर्नाटक एक्सप्रेस ग्वालियर रूकी तो अष्विनी और सोनू पाल ने ए-2 कोच में घुसकर बर्थ नं. 41 पर पहुंचकर सो रहे भोपाल के बागसेवनिया निवासी संजीव काक का ट्रॉली बैग उठा लिया। श्री काक भेल कंपनी में एजीएम हैं। बदमाषों के बैग उठाते ही काक की नींद खुल गई और उन्होंने बदमाषों से बैग छीनने का प्रयास किया। धक्का-मुक्की में उन्हें गिराकर बैग लेकर बदमाष कोच से कूद गये, बाद में चिल्लाहट मचने पर अष्विनी को साथी सहित पुलिस ने पकड़ लिया। उसके बाद पूछताछ में लंबी जानकारी आने से अफसर भी हैरान हैं, पूर्व में भी कई बारदातें कर चुका हैपूर्व में आहूजा नामक साइबर एक्सपर्ट जो जी .आर. पी.के लिए प्राइवेट तोर पर काम करता था वह उक्त चोर को बचाने के प्रयास इस संवाददाता के सामने कर रहा था, खुद को जीआरपी का साइबर एक्सपर्ट प्रायवेट बताकर एक युवक बताकर उक्त चोर की दलाली भी की जाती है। जिससे फरियादी आज तक परेषान हैं। एसपी जीआरपी और डीआईजी रेल से सभी प्रकरणों की जांच और कार्यवाही की मांग पीड़ितों ने की है। arest