अशोकनगर। ईसागढ़ क्षेत्र के ग्राम शीतलपुर में तीन हिरणों के शिकार करने के मामले में वन विभाग द्वारा मौके पर से 5 आरोपियों को पकड़ा गया है। जबकि इस मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है। इन लोगों द्वारा शादी समारोह के लिए हिरणों का शिकार किया गया था। इस कार्रवाई को अंजाम वन विभाग की टीम द्वारा शनिवार-रविवार की रात्रि 12 बजे से सुबह 7 बजे तक दिया गया। पकड़े गए सभी लोगों को मृतक हिरणों के साथ जिला वन मण्डल कार्यालय लाया गया। विभाग की इस कार्रवाई के बारे मेंं रेंजर पीके गौतम ने बताया कि ग्राम शीतलपुर में विन्दर पुत्र करन सिंह सिक्ख के यहां शादी समारोह का आयोजन होना था। इस आयोजन के लिए इन लोगों द्वारा दो नर एवं एक मादा प्रजाति के हिरण का शिकार कर लिया गया। विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर देखा तो विन्दर सिंह के मकान के पास मृतक हिरणों का सिर, मांस, सींग, काटने के औजार, बर्तन, जिंदा 5 कारतूस जप्त किए गए। इसके अलावा आरोपियों के कब्जे से 575 डीआई महिन्द्रा ट्रैक्टर, क्लासिक जीप एमपी 08 के 0144, मोटरसाइकिल टीवीएस स्टार सिटी बिना नंबर की भी जप्त की गई है। इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी लखवीर पुत्र करन सिंह निवासी डोगरपुर कोलारस जिला शिवपुरी, राजकुमार पुत्र रघुवीर कुशवाह उम्र 20 वर्ष निवासी ध्यानपुर ईसागढ़, गुरपेज सिंह पुत्र रघुवीर उम्र 30 ग्राम डेहर ईसागढ़, भूपेन्द्र पुत्र त्रिलोक सिंह उम्र 45 वर्ष बामौरी गुना, जगजीत सिंह पुत्र रिछपाल उम्र 42 निवासी जिला विदिशा को पकड़ लिया है। जबकि मुख्य आरोपी विन्दर सिक्ख मौके से बंदूक के साथ फरार हो गया। वन रेंजर ने बताया कि आरोपियों द्वारा जिन हिरणों का शिकार किया गया है उनमेंं एक कृष्ण मृग नर प्रजाति का काला हिरण है। जबकि दो अन्य हिरणों में चिंकारा नर एवं कृष्ण मृग मादा प्रजाति के हिरण हैं। इन सभी अरोपियों के खिलाफ वन प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत प्रकरण पंजीवद्ध कर वैधानिक कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई को अंजाम देने में डीएफओ वासु कन्नौजिया के निर्देशन में एसडीओ लोकेश निरपुरे, डिप्टी रेंजर पन्ना लाल खनौरिया, विनोद कलावत, जितेन्द्र रघुवंशी, नीरज कलावत, रविन्द्र शर्मा, शिशुपाल सिंह यादव, रतिराम जाटव, सूरज शर्मा आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
अशोकनगर। ईसागढ़ क्षेत्र के ग्राम शीतलपुर में तीन हिरणों के शिकार करने के मामले में वन विभाग द्वारा मौके पर से 5 आरोपियों को पकड़ा गया है। जबकि इस मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है। इन लोगों द्वारा शादी समारोह के लिए हिरणों का शिकार किया गया था। इस कार्रवाई को अंजाम वन विभाग की टीम द्वारा शनिवार-रविवार की रात्रि 12 बजे से सुबह 7 बजे तक दिया गया। पकड़े गए सभी लोगों को मृतक हिरणों के साथ जिला वन मण्डल कार्यालय लाया गया। विभाग की इस कार्रवाई के बारे मेंं रेंजर पीके गौतम ने बताया कि ग्राम शीतलपुर में विन्दर पुत्र करन सिंह सिक्ख के यहां शादी समारोह का आयोजन होना था। इस आयोजन के लिए इन लोगों द्वारा दो नर एवं एक मादा प्रजाति के हिरण का शिकार कर लिया गया। विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर देखा तो विन्दर सिंह के मकान के पास मृतक हिरणों का सिर, मांस, सींग, काटने के औजार, बर्तन, जिंदा 5 कारतूस जप्त किए गए। इसके अलावा आरोपियों के कब्जे से 575 डीआई महिन्द्रा ट्रैक्टर, क्लासिक जीप एमपी 08 के 0144, मोटरसाइकिल टीवीएस स्टार सिटी बिना नंबर की भी जप्त की गई है। इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी लखवीर पुत्र करन सिंह निवासी डोगरपुर कोलारस जिला शिवपुरी, राजकुमार पुत्र रघुवीर कुशवाह उम्र 20 वर्ष निवासी ध्यानपुर ईसागढ़, गुरपेज सिंह पुत्र रघुवीर उम्र 30 ग्राम डेहर ईसागढ़, भूपेन्द्र पुत्र त्रिलोक सिंह उम्र 45 वर्ष बामौरी गुना, जगजीत सिंह पुत्र रिछपाल उम्र 42 निवासी जिला विदिशा को पकड़ लिया है। जबकि मुख्य आरोपी विन्दर सिक्ख मौके से बंदूक के साथ फरार हो गया। वन रेंजर ने बताया कि आरोपियों द्वारा जिन हिरणों का शिकार किया गया है उनमेंं एक कृष्ण मृग नर प्रजाति का काला हिरण है। जबकि दो अन्य हिरणों में चिंकारा नर एवं कृष्ण मृग मादा प्रजाति के हिरण हैं। इन सभी अरोपियों के खिलाफ वन प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत प्रकरण पंजीवद्ध कर वैधानिक कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई को अंजाम देने में डीएफओ वासु कन्नौजिया के निर्देशन में एसडीओ लोकेश निरपुरे, डिप्टी रेंजर पन्ना लाल खनौरिया, विनोद कलावत, जितेन्द्र रघुवंशी, नीरज कलावत, रविन्द्र शर्मा, शिशुपाल सिंह यादव, रतिराम जाटव, सूरज शर्मा आदि का सहयोग सराहनीय रहा।