Posted By Sagar Chanana
सरकार के साथ खनन माफियाओं के गठजोड साबित होने से हमारे द्वारा लगाये गये एक आरोप की और हुई पुष्टि ,यह देवभूमि है और किसी को माफ नहीं किया जाता है ः- अजय भट्ट
नेता प्रतिपक्ष उत्तराखण्ड विधानसभा श्री अजय भट्ट ने कहा कि सरकार पर लगाये गये आरोपों में से खनन माफियाओं के साथ गठजोड के आरोप की भी पुष्टि हो गयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में तीन पट्टाधारकों पर अवैध खनन करने पर दो करोड नब्बे लाख रू० से भी अधिक का जुर्माना लगाया था किन्तु सरकार ने इसमें से २ करोड ६३ लाख रू० से भी अधिक की धनराशि का जुर्माना माफ कर दिया गया।
श्री भट्ट ने कहा कि वे पूर्व से ही कहते आये हैं कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार पूरी तरह से शराब, खनन और भू-माफियाओं की कठपुतली बनकर रह गयी है। और उनके द्वारा लगाये गये आरोप सभी सिद्ध भी हुए हैं शराब का आलम यह है कि लगातार शराब व्यवसायियों को माननीय न्यायालय उच्च न्यायालय की श्रेणी में जाना पड रहा है। और इतना ही नहीं आज भी बाजारों से शराब की ब्राण्ड गायब हैं तथा उन्हीं कम्पनियों की शराब बाजार में आ रही है जो अच्छा कमीशन सरकार तक पहचा रहे हैं।
श्री भट्ट ने कहा कि जमीन माफियाओं पर सरकार इस तरह से मेहराबान हुई कि हरिद्वार में हीरो मोटोकार्प कम्पनी की २१४ एकड भूमि की रजिस्ट्री फरवरी २०१४ में वर्ष २००६ के स्टाम्प शुल्क पर करके प्रदेश के खजाने को २५४ करोड का चूना लगा दिया इतना ही देहरादून में निर्माणाधीन पैसिफिक हिल्स द्वारा नगर निगम की जमीन को अवैध तरीके से कब्जा कर दिया गया इतना ही नहीं जब मुख्य नगर अधिकारी द्वारा सीधे प्रदेश सरकार के एक मंत्री पर आरोप लगाया तो उनका स्थानान्तरण कर दिया गया।
श्री भट्ट ने कहा कि अब अवैध खनन का आरोप भी पूर्णतया सिद्ध हो गया है साबित हो गया है कि प्रदेश में हो रहा धडल्ले से अवैध खनन किसी और के द्वारा नहीं बल्कि सरकार के ईशारे पर कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूरी सरकार इस खेल में शामिल है। और सरकार के ईशारे पर ही पूरे प्रदेश में हर तरीके के माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हैं कि प्रशासन भी इनके आगे नतमस्तक है।
श्री भट्ट ने कहा कि खनन माफिया कभी पुलिस के एएसपी पर फायर करते हैं तो कभी एसडीएम के ऊपर गाडी चढाने का प्रयास करते हैं इतना ही एक महिला आईएफएस पर जिस तरह से माफियाओं ने रामनगर में वार किये उससे प्रदेश की हालात स्वतः ही बयॉ हो गयी थी कि प्रदेश में पहली बार माफियाओं की सरकार बनी है और चारों ओर त्राहि-त्राहि मची हुई है।
श्री भट्ट ने कि जिस तरह से प्रदेश सरकार ने अवैध खनन करने वालों के २ करोड ६३ लाख से अधिक की धनराशि को माफ कर दिया गया है उससे साबित हो गया है कि वे माफिया कोई और नहीं बल्कि सरकार के मातहत हैं और भविष्य में भी सरकार का संरक्षण इन्हें प्राप्त होता रहेगा किन्तु सरकार को समझ लेना चाहिए कि देश के बाद इस प्रदेश से भी कांग्रेस की उल्टी गिनती प्रारम्भ हो गयी है।
श्री भट्ट ने कहा कि जिस तरह कांग्रेस ने पूरे देश में अराजकता और भ्रष्टाचार का माहौल बना दिया था और देश के शासन से विदाई होने के बाद लगता है पूरे भ्रष्टाचार का सीमा अब कांग्रेस ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को दे दी है कि किसी भी तरीके से उनकी उगाही का ग्राफ नहीं गिरना चाहिए लेकिन सरकार को यह जान लेना होगा कि यह देवभूमि है और किसी को माफ नहीं किया जाता है अच्छा होगा कि यदि सरकार में नैतिकता बची है तो चारों ओर से बेनकाब होने के बाद स्वतः ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
श्री भट्ट ने कहा कि इससे पूर्व में जब उनके द्वारा सदन में अवैध खनन का मामला उठाया गया था तो प्रदेश के मुख्यमंत्री कहने लगे कि मह मत खुलवाओ वरना भा०ज०पा० की पोल खोल दगा। किन्तु विपक्ष द्वारा तत्काल सदन में चैलेंज करने के बाद वे अपने शब्दों से पलट गये और बहस करने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज पोल स्वतः ही खुल गयी है कि सरकार किस तरह से अवैध खनन के कारोबार से अपनी जेबों को भरने में लगी हुई है।