सीएम कहें या पीएम बिना गारंटी लौन नहीं।

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ग्वालियर।१६ दिसंबर [सीएनआई ब्यूरो] पीएम नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के माध्यम से षिक्षित बेरोजगारों को स्वयं का उद्यम लगाने के लिये बैंकों से लौन दिलाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन जमींनी स्तर पर इनके दावे खोखले ही नजर आते हैं। सरकार द्वारा गारंटी की बात विज्ञापनों में कही जाती है, लेकिन वास्तविकता इससे अलग है। प्रायवेट बैंक तो दूर राष्ट्रीयकृत बैंक भी बिना गारंटी के लौन देने को तैयार नहीं। यूनियन बैंक शब्द प्रताप आश्रम, पंजाब नेषनल बैंक जयेन्द्रगंज, एसबीआई जयेन्द्रगंज तथा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में एक पत्रकार ने स्टिंग ऑपरेषन चलाकर चॉकलेट फैक्ट्री के लिये 10 लाख लौन मांगा तो लगभग सभी ने गारंटी व्यवसायिक अनुभव होने पर ही लौन देने की बात कही। कई ऐसे लोग भी मिले जो पूर्व में इन बैंकों से पीड़ित रहे हैं, इसके अलावा डबरा में भी कई लघु उद्योग खोलने वालों को बैंकों द्वारा टरकाया गयाcentral bank of india