हरिद्वार-नियम और कानून बनाये तो जाते है आदमी की सुरक्षा और सहूलियत के लिए लेकिन उन पर अमल कितना होता है ये जग जाहिर है चीला पावर हाउस में DGM के पद पर तैनात दीपक का कहना है की हमारे विभाग में तो अटेस्टेड पेपर ही चलते है जब हमने सेल्फ अटेस्ट की बात बताई तो उनका साफ़ कहना था की हमारे विभाग में सेल्फ अटेस्ट पेपर नहीं चलता है, ये हमारे विभाग के नियम है, वैसे जब इनसे कैमरा ओन करके बात करने की कोशिश की गयी तो ये महोदय ऐसे मोन हो गए की शायद कई दिनो से इन्होने कुछ बोला ही नहीं है मामला एक लड़की की नौकरी का था लेकिन विभाग में DGM जैसे लोगो ने अभी तक पता नहीं कितने चककर कटवा दिए मामला जब हमारे संज्ञान में आया तो हम भी साथ में गए लेकिन जब हकीकत देखी तो हम भी सोच में पड़ गए, पिता के मरने पर परिवार में से किसी को नौकरी मिलती है, लेकिन हर कोई परेशान ही कर रहा था, हमारे बीच में पड़ने पर अधिकारी का रवैया बदला और फिर करने लगे चापलूसी की बातें.
हरिद्वार-नियम और कानून बनाये तो जाते है आदमी की सुरक्षा और सहूलियत के लिए लेकिन उन पर अमल कितना होता है ये जग जाहिर है चीला पावर हाउस में DGM के पद पर तैनात दीपक का कहना है की हमारे विभाग में तो अटेस्टेड पेपर ही चलते है जब हमने सेल्फ अटेस्ट की बात बताई तो उनका साफ़ कहना था की हमारे विभाग में सेल्फ अटेस्ट पेपर नहीं चलता है, ये हमारे विभाग के नियम है, वैसे जब इनसे कैमरा ओन करके बात करने की कोशिश की गयी तो ये महोदय ऐसे मोन हो गए की शायद कई दिनो से इन्होने कुछ बोला ही नहीं है मामला एक लड़की की नौकरी का था लेकिन विभाग में DGM जैसे लोगो ने अभी तक पता नहीं कितने चककर कटवा दिए मामला जब हमारे संज्ञान में आया तो हम भी साथ में गए लेकिन जब हकीकत देखी तो हम भी सोच में पड़ गए, पिता के मरने पर परिवार में से किसी को नौकरी मिलती है, लेकिन हर कोई परेशान ही कर रहा था, हमारे बीच में पड़ने पर अधिकारी का रवैया बदला और फिर करने लगे चापलूसी की बातें.