अशोकनगर। भूकंप आने पर हम बेहद डर गये थे। हजारों लोगों में हमारी किस्मत अच्छी थी कि जिस होटल में हम ठहरे हुए थे भूकंप आने के समय हम वहां नही थे। भूकंप से होटल की बिल्डिंग गिर गई थी जिसमें हमारा सामान दब गया था। यह बात शहर के विदिशा रोड वायपास पर रहने वाली छात्रा तृप्ति दांगी ने बताई। एक एवेंट में प्रस्तुति देने के लिये तृप्ति अपने कुछ साथियों के साथ नेपाल के काठमाठू में उस समय मौजूद थी जब भूकंप आया था। उस हादसे को याद करते हुए अभी भी सिहर जाती है। भूकंप के बाद चारों ओर बिखरा मलबा और लोगों की चीख पुकार ने तृप्ति को बेहद आहत किया था। मंगलवार को ही अशोकनगर लौटी तृप्ति ने बताया कि 1 अपै्रल को नृत्य से जुड़े एक एवेंट में भाग लेने के लिये मुंबई के सुशांत खत्री और डांस इंडिया डांस के राघव के साथ काठमाठू गई थी। जहां वे थमिल होटल में ठहरी थी। एवं उनकी प्रतिदिन अभ्यास चल रहा था। भूकंप आने के समय वे अपने एक स्थानीय दोस्त के घर गये हुए थे। होटल टूटने से उनका सामान दब गया था।
अशोकनगर। भूकंप आने पर हम बेहद डर गये थे। हजारों लोगों में हमारी किस्मत अच्छी थी कि जिस होटल में हम ठहरे हुए थे भूकंप आने के समय हम वहां नही थे। भूकंप से होटल की बिल्डिंग गिर गई थी जिसमें हमारा सामान दब गया था। यह बात शहर के विदिशा रोड वायपास पर रहने वाली छात्रा तृप्ति दांगी ने बताई। एक एवेंट में प्रस्तुति देने के लिये तृप्ति अपने कुछ साथियों के साथ नेपाल के काठमाठू में उस समय मौजूद थी जब भूकंप आया था। उस हादसे को याद करते हुए अभी भी सिहर जाती है। भूकंप के बाद चारों ओर बिखरा मलबा और लोगों की चीख पुकार ने तृप्ति को बेहद आहत किया था। मंगलवार को ही अशोकनगर लौटी तृप्ति ने बताया कि 1 अपै्रल को नृत्य से जुड़े एक एवेंट में भाग लेने के लिये मुंबई के सुशांत खत्री और डांस इंडिया डांस के राघव के साथ काठमाठू गई थी। जहां वे थमिल होटल में ठहरी थी। एवं उनकी प्रतिदिन अभ्यास चल रहा था। भूकंप आने के समय वे अपने एक स्थानीय दोस्त के घर गये हुए थे। होटल टूटने से उनका सामान दब गया था।