ग्वालियर।१३ दिसंबर [सीएनआई ब्यूरो ] अपेक्स बैंक की ग्वालियर शाखा ने गजब का घोटाला कर दिया, जिससे ग्वालियर जिला सहकारी बैंक को करोड़ों की चपत लग गई। सहकारी बैंक ग्वालियर ने एसएलआर मेंटेन के लिये 16.5 करोड़ की एफडी अपेक्स बैंक ग्वालियर में 3 से 4 साल के लिये जमा कराई थी, जिससे पर क्वार्टर्ली ब्याज अपेक्स बैंक को सहकारी बैंक के खाते में जमा कराना था। लेकिन अपेक्स बैंक ब्याज की राषि को गुना जिला सहकारी बैंक के खाते में जमा कराता रहा, इससे ग्वालियर जिला सहकारी बैंक को 5.5 करोड़ के ब्याज का नुकसान हुआ। साथ ही देनदारियां नावार्ड को भुगतान नहीं करपाने से उसे डिफॉल्टर नावार्ड ने घोषित कर दिया। अब सहकारी बैंक को नावार्ड से जो ऋण 4.5 प्रतिषत ब्याज पर मिलता था, उस पर 6 प्रतिषत ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा, इससे बैंक को 22 करोड़ अतिरिक्त ब्याज देना होगा। पिछले 4 साल से घपले पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारी, पदाधिकारी ने ध्यान नहीं दिया। जबकि हर साल बैंक का ऑडिट होता है। मजेदार बात यह है कि गुना जिला सहकारी बैंक उक्त राषि का उपयोग करता रहा और डेढ़ करोड़ रूपये वापिस कर दिया हैं, इस गड़बड़ झाले में करीब 5 करोड़ के अधिक की राषि ग्वालियर जिला सहकारी बैंक की गपलत में पड़ गई है। सहकारी बैंक सीईओ कमल मका सारे ने कहा कि दक्ष कर्मचारी न होने से यह स्थिति हुई। जांच अधिकारी आरके श्रीवास्तव व अपेक्स बैंक ग्वालियर के संभागीय शाखा प्रबंधक बीडी दुबे एवं प्रबंधक लेखा, गिरधर गोपाल अग्रवाल ने मोबाइल रिसीव नहीं किया।
ग्वालियर।१३ दिसंबर [सीएनआई ब्यूरो ] अपेक्स बैंक की ग्वालियर शाखा ने गजब का घोटाला कर दिया, जिससे ग्वालियर जिला सहकारी बैंक को करोड़ों की चपत लग गई। सहकारी बैंक ग्वालियर ने एसएलआर मेंटेन के लिये 16.5 करोड़ की एफडी अपेक्स बैंक ग्वालियर में 3 से 4 साल के लिये जमा कराई थी, जिससे पर क्वार्टर्ली ब्याज अपेक्स बैंक को सहकारी बैंक के खाते में जमा कराना था। लेकिन अपेक्स बैंक ब्याज की राषि को गुना जिला सहकारी बैंक के खाते में जमा कराता रहा, इससे ग्वालियर जिला सहकारी बैंक को 5.5 करोड़ के ब्याज का नुकसान हुआ। साथ ही देनदारियां नावार्ड को भुगतान नहीं करपाने से उसे डिफॉल्टर नावार्ड ने घोषित कर दिया। अब सहकारी बैंक को नावार्ड से जो ऋण 4.5 प्रतिषत ब्याज पर मिलता था, उस पर 6 प्रतिषत ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा, इससे बैंक को 22 करोड़ अतिरिक्त ब्याज देना होगा। पिछले 4 साल से घपले पर किसी भी जिम्मेदार अधिकारी, पदाधिकारी ने ध्यान नहीं दिया। जबकि हर साल बैंक का ऑडिट होता है। मजेदार बात यह है कि गुना जिला सहकारी बैंक उक्त राषि का उपयोग करता रहा और डेढ़ करोड़ रूपये वापिस कर दिया हैं, इस गड़बड़ झाले में करीब 5 करोड़ के अधिक की राषि ग्वालियर जिला सहकारी बैंक की गपलत में पड़ गई है। सहकारी बैंक सीईओ कमल मका सारे ने कहा कि दक्ष कर्मचारी न होने से यह स्थिति हुई। जांच अधिकारी आरके श्रीवास्तव व अपेक्स बैंक ग्वालियर के संभागीय शाखा प्रबंधक बीडी दुबे एवं प्रबंधक लेखा, गिरधर गोपाल अग्रवाल ने मोबाइल रिसीव नहीं किया।