लुधियाना 1 मार्च ( सी एन आई ) श्रीमद्भगवद्गीता में दिये गये ज्ञान को अगर मनुष्य आपने जीवन में अपना कर उसे जीवन में धारण करले उस से उसके आपने ही नहीं बल्कि परिवार में भी सभी सदस्यों के पापो को भी नष्ट किया जा सकता है जिस के लिए हरियाणा स्थित कुरक्षेत्र से श्री कृष्ण कृपा परिवार की और से श्रीमद्भगवद्गीता के इस प्रचार के लिए स्वामी श्री गियाना नंद जी महाराज के नेतृत्व में उनके लुधियाना पहुंचने पर एक विशेष सभा का आयोजन किया गया , जिसमे पंजाब के विभिन्न विभिन्न शहरों से श्री कृष्ण कृपा परिवार के अनेक प्रतिनिधियो के अतिरिक्त धार्मिक समाजिक राजनैतिक व् उद्योगपतियो ने आपने साथियो सहित इस सभा में हिस्सा लेते हुए स्वामी श्री गियाना नंद जी महाराज जी का फूलो के हार पहनाकर कर स्वागत किया ,
मन की शांति प्यार संस्कार नशे से मुक्ति के अतिरिक्त रोगियों के लिए श्रीमद्भगवद्गीता बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुई है
इस अवसर पर स्वामी श्री गियाना नंद जी महाराज जी ने हमारे सवाददाता को सम्बोधित करते हुए हुए बताया की श्रीमद्भगवद्गीता की प्रेरणा से मन की शांति प्यार संस्कार नशे से मुक्ति के अतिरिक्त रोगियों के लिए श्रीमद्भगवद्गीता बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुई है आज की इस सभा में सभी श्री कृष्ण कृपा परिवार की और से सभी शहरों के प्रतिनिधियों ने संकल्प लिया है की श्रीमद्भगवद्गीता के प्रचार के लिए महीने की हर श्नगरांध के अवसर पर एक यज्ञ का आयोजन सभी गीता पाठशाला में किया जायेगा, स्वामी श्री गियाना नंद जी महाराज जी ने इस अवसर पर श्री कृष्ण प्रेमी व् देशवासियो को होली के अवसर पर मुबारकबाद भी दी
श्री कृष्ण कृपा परिवार पाठशाला लुधियाना के अध्यक्ष श्री हरकेश मित्तल ने इस अवसर पर जानकारी देते हुए कहा की स्वामी श्री गियाना नंद जी महाराज जी के दिये गये सन्देश को गीता पाठशाला के सभी सदस्य गणो ने आपने परिवारों सहित इस प्रचार के कार्य को घर घर तक पहुंचाने के लिए प्रथम के आधार पर करने का संकल्प लिया है
सभी गीता पाठशाला के सदस्यों को सम्बोधित करते हुए प्रसिद्ध समाज सेवक दीवान अमित अरोड़ा ने कहा की करुक्षेत्र में हरियाणा सरकार ने श्री कृष्ण कृपा परिवार के लिए 9 एकड़ जमीन यूनिवर्स्टी बनाने व् श्रीमद्भगवद्गीता के प्रचार के लिए गीता पाठशाला को सौंपी है जहा पर श्रीमद्भगवद्गीता को देश विदेश की सभी भाषाओ में प्रकाशित किया जायेगा,
महिला मण्डल से पहुंची नीरू मित्तल ने कहा की देश के हर युवा कोश्रीमद्भगवद्गीता के बाहरवें अध्याय का पाठ रोजाना करना चाहिए जिससे बुरी आदतों से युवा वर्ग को राहत मिलने का साथ ही मन शांत रहेगा