Posted By : Sagar Chanana
देहरादून 6 सितम्बर (सागर चन्ना) लालकुआं। शहीद मोहन नाथ गोस्वामी का अंतिम संस्कार उसके घर के निकट ही खेत पर किया जायेगा जहां उसके पिता स्व० शंकर नाथ गोस्वामी का अंतिम संस्कार किया गया था। उपजिलाधिकारी पंकज उपाध्याय ने शनिवार को शहीद की अंतिम यात्रा निकालने की तैयारी को लेकर अधीनस्त अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें कहा गया है कि शनिवार की प्रातः शहीद स्मारक से उसके घर तक सैनिक सम्मान के साथ शहीद यात्रा निकाली जायेगी।
लालकुआं। जम्मू कश्मीर के कुपवाडा जिले के हंदुवाडा इलाके में आतंकवादियों से मुटभेड के दौरान ९ पेरा मिलेट्री के जवान मोहन नाथ गोस्वामी के शहीद हो जाने के बाद शुक्रवार को तीसरे दिन भी शहीद जवान का पार्थिव शरीर उसके बिन्दुखत्ता के इन्द्रानगर स्थित घर नहीं पहच सका। इधर मोहन की शहादत की खबर से उसकी पत्नी का बुरा हाल है। शहीद की पत्नी की हालत खराब होने पर गत सांय उसे बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से शुक्रवार की प्रातः उसे पुनः घर ले आये देर सांय तक वह बेहोस थी स्थानीय चिकित्सकों ने कई बार घर आकर उसका उपचार किया।
विदित रहे कि बिन्दुखत्ता इन्द्रानगर प्रथम निवासी पूर्व सैनिक स्व० शंकर नाथ गोस्वामी के पुत्र मोहन नाथ गोस्वामी जो कि वर्तमान में जम्मू कश्मीर में तैनात था गत २ सितम्बर की रात्रि २ से ३ बजे हंदुवाडा क्षेत्र. में आतंकवादियो से मुटभेड के चलते ४ आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने के दौरान लडते-लडते वीरगति को प्राप्त हो गया था। जिसकी सूचना आर्मी हैडक्वाटर से शहीद के भाई सम्भू नाथ गोस्वामी को दूरभाष पर दी गयी परन्तु उसका पार्थिव शरीर शुक्रवार की सांय तक उसके घर इन्द्रानगर प्रथम नहीं पहुच सका परिजनों ने बताया कि सम्भवतः शनिवार की तडके शहीद का शव घर पहचेगा। इधर उक्त खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड पडी है गुरूवार की सांय जब मोहन के कालाढुंगी निवासी ससुराल वाले उसके शहीद होने की खबर सुनकर घर पहच गये तो शहीद की पत्नी भावना को मोहन के शहादत की भनक लग गयी वह तभी से बेहोस है बेहोसी की हालत में उसे गत दिवस हल्द्वानी के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से प्रातः उसे परिजन घर वापस ले आये। प्रातः से देर सांय तक भावना की हालत अत्यंत खराब थी उसने गुरूवार से अब तक पानी भी नहीं पिया है। दोपहर को उसके घर पहचे तहसीलदार मोहन सिंह बिष्ट ने चिकित्सकों को फोन कर भावना का उपचार कराया तो चिकित्साधिकारी डॉ एनसी तिवारी का कहना था कि भावना को ओआरएस एवं पानी हर हाल में पिलायें परन्तु भावना अर्ध बेहोसी की हालत में होने के चलते कुछ भी खा-पी नहीं रही है। यहीं हाल शहीद की मां राधिका देवी का भी है राधिका को ढांढस बधाने क्षेत्र की भारी संख्या में उनके घर पहची महिलाओं के समक्ष वह कई बार बेहोस हो गयी। मोहन की एक मात्र पुत्री भूमिका(भूमि) उम्र ७ वर्ष जो कि ग्रीनउड एकेडमी विद्यालय में कक्षा २ में पढती है को अपने पिता की शहादत के सम्बन्ध में ज्ञान नहीं है वह दिन भर अपने घर के आगे आम के पेडों में खेलती रही जिसे देखकर आस-पास के ग्रामीणों की आखें भर आयी। शुक्रवार के दिन भर क्षेत्र के गणमान्य लोगों व राजनेताओं की भारी भीड शहीद के घर पर लगी रही।
लालकुआं। आतंकवादियों से लोहा लेते हुए जम्मू कश्मीर में शहीद हुए मोहन नाथ गोस्वामी की शहादत पर सूबे के मुख्यमंत्री हरीश रावत, कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक हरीश चन्द्र दुर्गापाल, कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, क्षेत्रीय सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी व भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री प्रकाश पंत ने गहरा दुखः ब्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए उसके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की कामना की साथ ही भरोसा दिलाया कि वह शहीद परिवार को हर सम्भव मद्द करेंगे।
फोटो परिचय एलएएलपी१- शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के घर पर बिलखते परिजन,
एलएएलपी२- शहीद मोहन का बिन्दुखत्ता स्थित आवास
एलएएलपी३-शहीद मोहन की ७ वर्षीय मांसूम पुत्री भूमिका गहरे हरे रंग की टीसर्ट पहने हुए अपने साथी बच्चों के साथ