हिमाचल की वीरभद्र सरकार हर मोरचे पर हो रही विफल-सुनील ठाकुर -एचआरटीसी व वन विभाग में हुआ है बड़े पैमाने पर भर्ती घोटाला

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सोलन,6 दिसंबर। (धर्मपाल ठाकुर) भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष सुनील ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में काबिज कांग्रेस पार्टी की सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है। प्रदेश से निरंतर उद्योग स्थानांतरित हो रहे हैं और सरकार  तमाशबीन बनी हुई हैं। उन्होंने आरोप जड़ा है कि एचआरटीसी व वन विभाग में बड़े पैमाने पर भर्ती घोटाला हुआ है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने व भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे से प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष सुनील ठाकुर ने सोलन में आयोजित पत्रकारवार्ता के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को कई बार आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिनके खिलाफ देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी ईडी ने हाल ही में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में एफआईआर दर्ज की हैं,बावजूद इसके मुख्यमंत्री कुर्सी छोडऩे के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़े हैं तथा वीरभद्र सरकार अदला-बदली की भावना से कार्य कर रही है।

भाजयुमो नेता सुनील ठाकुर ने कहा कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने व भ्रष्टाचार जैसे संगीन आरोपों से घिरे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रो. प्रेमकुमार धूमल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार का मुख्य ध्येय विकास रहा है। पूर्व धूमल सरकार ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश में विकास कार्य करवाए हैं,जिसके चलते प्रदेश को विभिन्न क्षेत्रों में 80 अवार्ड प्राप्त हुए हैं। परंतु वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी की सरकार तीन वर्ष के कार्यकाल में एक भी अवार्ड प्राप्त नहीं कर पाई है।

इससे स्पष्ट होता है कि कांग्रेस सरकार की कथनी और करनी में कितना फर्क है। पूर्व भाजपा सरकार के समय में वर्ष 2002 में हिमाचल प्रदेश को केंद्र से विशेष औद्योगिक पैकेज मिला था तथा प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया करवाया गया था,लेकिन वर्तमान में सैंकड़ों उद्योग प्रदेश से स्थानांतरित हो चुके हैं। उद्योगों से यहां से स्थानांतरित होने की वजह से आज हजारों युवा बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षित बेरोजगारों की इस दुर्दशा के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह सरकार ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा दे रही है। प्रदेश में जो नौकरियां दी जा रही है वह ठेकेदारों के माध्यम से दी जा रही है तथा इसमें भी कांग्रेस कैडर का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। मेरिट और वरिष्ठता सूची को दरकिनार रखकर प्रदेश सरकार चहेतों के बीच नौकरियां बांट रही है। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों व अन्य रिक्त पड़े पदों को एसएमसी के माध्यम से भरा जा रहा है जिसमें कांग्रेस कैडर को लाभ पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि वन विभाग तथा एचआरटीसी में बड़े पैमाने पर भर्ती घोटाला हुआ है।

उन्होंने उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह प्रदेश से निरंतर शिफ्ट हो रहे उद्योगों को रोकने में विफल साबित हो रहे हैं। केंद्र सरकार की तरफ से शुरू की गई योजनाओं को प्रदेश में प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया जा रहा है। यही वजह है कि केंद्रीय योजनाओं का लाभ पात्र लोग नहीं उठा पा रहे हैं। केंद्र की एनडीए सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत व्यायामशाला कार्यक्रम के तहत प्रदेश के लिए करीब 30 करोड़ रुपए की राशि जारी की है,लेकिन सरकार उक्त कार्यक्रम को शुरू करने में रूचि नहीं ले रही है।

प्रदेशाध्यक्ष सुनील ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में होने जा रहे पंचायतीराज एवं नगर निकाय चुनाव में भाजयुमो अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि भरमौर में भाजपा जीत का परचम लहरा चुकी है तथा आगामी चुनाव में भी पार्टी समर्थित विचार धारा वाले प्रत्याशी की जीत को सुनिश्चित बनाने के लिए भाजयुमो ने कमर कस ली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है। इस मौके पर उनके साथ भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य यशपाल ठाकुर, सोलन मंडल अध्यक्ष भरत साहनी, मुकेश शर्मा, आशीष व वीरेंद्र भी उपस्थित थे।