पत्रकारों पर हमला स्वतंत्र लेखनी पर हमला काली पट्टी बाधंकर जुटे पत्रकार, सौंपा ज्ञापन

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अशोकनगर 27 जून (अजय) पत्रकारों पर हमले की घटनाएं स्वतंत्र लेखनी पर हमला है। इससे
देश का प्रजातंत्र खतरे में है। इस आशय का ज्ञापन जिले के पत्रकारों ने
कलेक्ट्रेट में सौंपा। महामहिम राष्ट्रपति को लिखे ज्ञापन में बताया गया
है कि हाल ही में पत्रकारों पर हमलों की घटना लगातार बढ़ी हैं। जिनमें
उप्र के शाहजहांपुर में पत्रकार जगेन्द्र सिंह पत्र पेट्रोल डालकर आग
लगाने की घटना हुई है। इस घटना में मृतक पत्रकार के परिवारजनों ने उप्र
सरकार के एक बड़े मंत्री पर आरोप लगाए हैं। जिसकी सीबीआई जांच कराना
चाहिए। इसी तरह मप्र में बालाघाट जिले में पत्रकार संजीव कोठारी की हत्या
कर दी गई है और शव को जला दिया गया है। इस घटना में खनिन माफियाओं का हाथ
हो सकता है। क्योंकि संदीप लगातार इनके खिलाफ समाचार प्रकाशित कर रहे थे।
वहीं गुना जिले के राघौगढ़ में ही एक पत्रकार से निर्मम ढंग से मारपीट की
गई है। इन सभी घटनाओं की निश्पक्ष जांच की जाना चाहिए और दोषियों के
खिलाफ कड़ी कार्यवाही होना चाहिए। इससे पूर्व जिले के पत्रकार गांधी
पार्क पर पहुंचे। सभी पत्रकारों ने बाहों पर काली पट्टी बांध रखी थी।
सबसे पहले पत्रकारों ने मृतक पत्रकारों को श्रद्धांजली प्रदान की एवं दो
मिनिट का मौन धारण किया। तत्पश्चात कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहां करीब आधा
घण्टा तक धरना दिया।