80 लाख रु0 की लागत से मुंशीपुरा में 22 एच.पी. का नलकूप अधिष्ठापित अध्यक्ष प्रतिनिधि अरशद का जमाल ने किया उद्घाटन नातिया कवि सम्मेलन भी आयोजित

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मऊ १ दिसंबर (मोहमद अरशद ) विकास कार्यों के नतीजे पर रखता हूँ ध्यान, पेय जलापूर्ति आवश्यक, अब पानी से सैराब होंगे यहां के निवासी-अरशद जमाल
मऊनाथ भंजन। आज नगर पालि

 

 

 

 

का परिषद के अध्यक्ष प्रतिनिधि अरशद जमाल ने नगर के वार्ड 15 स्थित मुहल्ला मुंशीपुरा में 80 लाख रुपये की लागत से एक नये 22 एच.पी. की क्षमता वाले अधिष्ठापित नलकूप का उद्घाटन किया। इस नलकूप से वार्ड 14 एवं 15 की अवाम लम्बे अर्से तक पानी की समस्या से मुक्त रहेगी। इससे समीपवर्ती कई मुहल्ले पानी से सैराब होते रहेंगे। अधिष्ठापित नलकूप के इस लोकार्पण समारोह के अवसर पर वार्ड सभासद अब्दुल कादिर की जानिब से अध्यक्ष प्रतिनिधि अरशद जमाल को फूलों का सेहरा पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अवाम का आभार स्वीकार करते हुये अरशद जमाल ने कहा कि नगर के समुचित विकास के प्रति मेरे संकल्प को आपके प्यार से बल मिलता है जिसके लिये मैं अपने को भाग्यशाली समझता हूँ। उन्होंने अवाम को सम्बोधित करते हुये कहा कि मैं विकास कार्याें के नतीजे पर ध्यान रखता हूँ। आप ने निश्चित ही अति आवश्यक जीवनदायी पानी के अभाव में मुसीबत झेली है। पेयजलापूर्ति आवश्यक है इस लिये हमने आपके इस क्षेत्र में 22 एच.पी. के नये नलकूप के अधिष्ठापन का निर्णय लिया। मेरे इस ख्वाब को पूरा करने में 80 लाख रूपये का व्यय आया तथा कई समस्याओं से लड़-भिड़ कर आपको पानी देने का मेरा ख्वाब आज पूरा हो पाया है। उन्होंने कहा कि अब आप पानी से सैराब होंगे लेकिन पानी की फरावानी के चलते आपको इसे व्यर्थ नहीं बहाना। आवश्यकतानुसार ही जल प्रयोग करें ताकि पानी का अनुचित दोहन न हो ताकि पर्याप्त मात्रा में जलापूर्ति होती रहे। नगर के सभी क्षेत्रों की अवाम को पानी की समस्या से उबारने का मेरा प्रयास जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि पानी के रूप में कुदरत की अनमोल सौगात को आप तक पहुँचाकर मैं धन्य हूँ। उनका कहना था कि अवाम की खुशहाली में वृद्धि के लिये मैं अपने सामथर््य से अधिक प्रयासरत् हूँ। उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र को पाइपलाइन द्वारा और कई तरफ से जोड़ने की योजना है जिससे आपका यह क्षेत्र जलसम्पन्न क्षेत्र बन जायेगा। श्री जमाल ने कहा कि पास की बस्ती में भी पाइपलाइन बिछाने का कार्य जल्द ही आरम्भ कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि जहां आवश्यक है वहां जनरेटर की भी व्यवस्था करायी जायेगी ताकि नलकूप बिजली कटने पर भी अपने निश्चित समय से चलते रहें।
अरशद जमाल को एक विकास पुरूष की संज्ञा देते हुये अंसार पैकर ने कहा कि ये एक ऐसे विकास पुरूष हैं जिनके विकास की किरन नगर के प्रत्येक आंगन में रोशन है।
इस अवसर पर अख्लाक अंसारी ने कहा कि अरशद जमाल ने नगर की हर समस्या के निदान के प्रति स्वयं प्रयास कर अवाम की सहूलत का ध्यान रखा है, जिसके लिये यह सराहना एवं भूरि भूरि प्रशंसा के पात्र हैं।
वार्ड सभासद अब्दुल कादिर ने कहा कि हमारे वार्ड में पानी की बहुत बड़ी समस्या थी। उन्होंने बताया कि इस वार्ड की अवाम लम्बे अर्से से पेयजलापूर्ति की समस्या से पीड़ित थी। आज श्री अरशद जमाल के प्रयासों से इस क्षेत्र को पानी की अमूल्य सौगात प्राप्त हुयी है जिसके लिये मैं अपनी अवाम की जानिब से इनका आभार व्यक्त करता हूँ। सभासद अब्दुल कादिर ने अरशद जमाल के सम्मान में एक कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अरशद जमाल मौजूद रहे। यह नातिया कवि सम्मेलन देर रात तक चलता रहा।
इस कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे मोलवी इमरान ने अपने भाषण में कहा कि श्री अरशद जमाल ने नगर के विकास को इनूठी दिशा प्रदान की है। इनके द्वारा जलापूर्ति, नाली, नाला, मार्ग, पथप्रकाश के साथ-साथ बस्तियों को आपस में जोड़ने जैसे अति महत्वपूर्ण विकास कार्य कराये जा रहे हैं जिसका श्रेय पूरी तरह श्री जमाल को जाता है। अन्त में उन्होंने उपस्थित अवाम का भी शुक्रिया अदा किया।
इस अवसर पर वार्ड सभासद अब्दुल कादिर, डा0 जावेद, डा0 सरफराजए डा0 मोईनुद्दीन, डा0 उस्मान, मास्टर शब्नम, अख्लाक अंसारी, हाफिज अब्दुल बद्र, तसौव्वर अली, छोटे अल्फारूक, फारूक मुकादम, फैयाज मुकादम, इफ्तेखार अहमद एडवोकट, मजहर अली, अजहर अली, मकसूद अली, अबुलखैर, मुहम्मद असलम, अब्दुर्रहमान, अशरफ अली मिस्त्री, कबीर आलम के इलावा इस कवि सम्मेलन में कवि के रूप में मोहम्मद सादिक, मुनव्वर जमजम, खुर्शीद अनवर, फारूक, मुहम्मद जैद, शकील मुबारकपूरी आदि के इलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। इस नातिया कवि सम्मेलन की शुरूआत तिलावत-ए-कलाम पाक से हुयी। तिलावत-ए-कलाम पाक हाफिज़ शकील ने की, संरक्षक मुंशी अलाउद्दीन रहे, अध्यक्षता मोल्वी इमरान ने की तथा संचालन अन्सार पैकर ने किया।

 

Natiya Mushayere ka mein maujood bheed Natiya Mushayere mien Tilawat-e-Kalam-e-pak kerte huye Hafiz Shakel, Arshad Jamal, Abdul Qadir aur, Akhlaq.