होमगार्ड सैनिक की मौत पर हंगामा परिजनों ने चक्काजाम कर की कमाण्डेंड पर कार्रवाई की मांग

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अशोकनगर। जिला होमगार्ड में पदस्थ सैनिक रामवीर शर्मा की शुक्रवार को संदिग्ध हालत में मौत हो गई। उनकी मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर हंगामा करते हुए चक्काजाम कर दिया। मृतक के परिजनों का आरोप था कि डिस्ट्रिक होमगार्ड अधिकारी की प्रताडऩा के चलते उनकी मौत हुई है। परिजन कमाण्डेंड के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाने का प्रयास किया मगर वे अपनी मांग पर अड़े रहे। इस दौरान तहसीलदार आलोक वर्मा, एसडीओपी एसएस तोमर सहित देहात थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर समझाइस के बाद चक्काजाम समाप्त किया। पर परिजन अभी भी कमाण्डेंड के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे थे। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे उप पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने चौहान ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। दोषी होने पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं घटना की जानकारी मिलने पर सामाजिक कार्यकर्ता भी वहां बड़ी संख्या में पहुंचे और उन्होंने घटना पर दु:ख जताते हुए मृतक परिवार को ढांढस बधाया। इनमें विहिप के विभाग मंत्री डॉ. दीपक मिश्रा, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष हरिओम नायक, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष सचिन शर्मा, अशोक रघुवंशी, आनंद शर्मा मडख़ेड़ा आदि थे। घटना के संबंध में मृतक के परिजनों का कहना था कि रामवीर शर्मा पुत्र दुर्गाप्रसाद निवासी ग्राम छैवलाई हाल निवासी पठार मोहल्ला जिला होमगार्ड में वर्षों से सैनिक के पद पर सेवारत थे। हर दिन की तरह ही वह अपनी ड्यूटी पर पहुंचे। जहां से उन्हें छघरा कालोनी पर हो रही परेड के लिए भेजा गया। वहां पर उन्हें जिला कमाण्डेंड होमगार्ड शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रताडि़त किया गया। जिससे तंग आकर उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया। उनकी हालत बिगडऩे पर डिस्ट्रिक होमगार्ड ने परिजनों को कोई खबर नही दी और उनके वाहन से जिला अस्पताल में छोड़ दिया गया। परिजनों का आरोप था कि उन्हें छोडऩे आए दो लोगों ने उनकी जेब में रखी पर्ची को भी निकाल लिया। उनकी मौत के जिम्मेदार होमगार्ड डिस्ट्रिक कमाण्डेंड ही हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। मृतक सैनिक की मौत पर शुरू हुआ घटनाक्रम जिला अस्पताल में दोपहर से शुरू हुआ और करीब दो घण्टे बाद परिजन शव परीक्षण कराने को राजी हुए। परिजनों का कहना था कि मृतक के 4 बच्चे हैं ऐसे में घटना के बाद डिस्ट्रिक कमाण्डेंड ने तो परिवार के प्रति कोई संवेदना जताई और न ही वे यहां पहुंचे बल्कि वे यहां से उलटे भाग निकले हैं।