धूमधाम से मनाया जायेगा गुरु गोबिंद सिंह जी का 350 वां प्रकाशउत्सव : गज्जन सिंह

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कैथल,26 अक्टूबर (कृष्ण प्रजापति) गुरु गोबिंद सिंह जी का 350 वां प्रकाश उत्सव 12 नवंबर को जगाधरी (यमुनानगर) में बड़े हर्षोल्लास व श्रद्धाभाव से मनाया जायेगा । देश -प्रदेश और कैथल जिले के सभी गुरुद्वारो को दुल्हन की तरह सजाया गया है। इस बारे में जानकारी देते हुए जिला सरपंच एसोशिएशन कैथल के प्रधान सरदार गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे आयोजन सिखों के 10वें गुरू गोबिंद सिंह जी की याद में किया जा रहा है क्योंकि गुरू गोबिंद सिंह ने अपने देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। ऐसे महान गुरूओं के बलिदान, त्याग और कुर्बानी को कभी भुलाया नही जा सकता। ऐसे गुरूओं का जीवन व शिक्षाएं आने वाली पीढिय़ों के लिए हमेशा प्रेरणा का स्त्रोत बनी रहेंगी।

कैथल में गुरु गोबिंद सिंह जी के 350 वें प्रकाश उत्सव को जगाधरी (यमुनानगर) में बड़े हर्षोल्लास व श्रद्धाभाव से मनाया जायेगा । नीम साहिब गुरुद्वारे के साथ साथ पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है । सिख संगत दुवारा नगर कीर्तन निकाला जायेगा जोकि नीम साहिब गुरुद्वारा से शुरू होकर शहर के विभिन्न हिस्सो से होता हुआ कोठी गेट स्थित मंजी साहिब गुरुद्वारा पर समाप्त होगा । नगर कीर्तन की अगुवाई पंज प्यारों दुवारा की जाएगी । संगत द्वारा चाय पकौड़ों आदि के लंगर लगाए जायेगे । सरदार गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाशोत्सव कार्यक्रम की तैयारियों को सांझा करते हुए कहा कि गुरू गोबिंद सिंह सिखों के 10वें गुरू थे, जो एक महान योद्धा होने के साथ-साथ एक कवि भी थे। ऐसे गुरूओं के त्याग व बलिदान को कभी भुलाया नही जा सकता।
सरदार गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा सभी गुरुओं की जयंती को एक प्रदेश स्तरीय उत्सवो के रूप में मनाया जा रहा है जो काबिलेतारीफ है। सरकारी अवकाश भी घोषित किया है, ताकि ऐसे गुरूओं के प्रकाश उत्सव को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा सके। उन्होंने बताया कि जब गुरू गोबिंद सिंह 19 वर्ष के थे तब उन्होंने शिवालिक पहाड़ के राजाओं से युद्ध किया, जिसमें गुरू गोबिंद सिंह विजय हुए। इस युद्ध का वर्णन विचित्र नाटक में किया गया है, जोकि दशम ग्रंथ का एक भाग है। गुरू गोबिंद सिंह का सिख धर्म के लिए भी उल्लेखनीय योगदान रहा है। सन 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की और उनके पांच धर्म लेख सिखों का हमेशा मार्ग दर्शन किया। सरदार गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने ऐसे महान गुरूओं के प्रकाश उत्सव को राज्य स्तर पर तथा जिला स्तर पर मनाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हमारा देश महान गुरूओं, ऋषि मुनियों और पीर-पैंगम्बरों का देश है। महान गुरूओं के जीवन व बलिदान को यादगार बनाने के लिए सरकार ने विशेष कदम उठाएं हैं।
इस मौके पर बोलते हुए सरदार गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने कहा कि पुरे प्रदेश में केवल एक सिख समुदाय के व्यक्ति को टिकट मिली थी वो भी भाजपा पार्टी की तरफ से , उस असंध सीट से जबरदस्त जीत दर्ज करके बख्शीश सिंह विर्क ने काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया गया था जिस पर हरियाणा सरकार में केवल सरदार बख्शीश सिंह विर्क को सीपीएस पद से नवाजा गया था लेकिन किसी कारण वश उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। अब सिख समुदाय की पैरवी करने वाला सरकार में कोई नुमाइंदा नहीं है जिसका समाज को मलाल है। हम मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर से मांग करते हैं कि सरदार बख्शीश सिंह विर्क को कैबिनेट मंत्रीमंडल में शामिल करके गुरु पर्व के मौके पर समाज को तोहफा देने का काम करे। आगे बोलते हुए सरदार गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने कहा कि सिख समाज की अनदेखी किसी भी कीमत पर सहन नहीं होगी।